निर्वाचन आयोग (ईसी) ने पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में बीजेपी उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी द्वारा पिछले महीने एक रैली में की गई "मिनी-पाकिस्तान" संबंधी टिप्पणी को लेकर झिड़की लगाये जाने के अलावा उन पर कोई कार्रवाई नहीं की.
चुनाव निकाय ने सोमवार रात जारी एक आदेश में शुभेंदु अधिकारी को चेतावनी दी और कहा कि "उन्हें सलाह दी जाती है कि जब आदर्श आचार संहिता लागू हो, तो इस दौरान सार्वजनिक बयानबाजी करते समय वह इस तरह के बयान देने से परहेज करें.’’
आदेश में कहा गया है कि निर्वाचन आयोग का मानना है कि अधिकारी ने राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के मार्गदर्शन के लिए आदर्श आचार संहिता के भाग एक के पैरा दो और तीन का उल्लंघन किया है. नंदीग्राम सीट पर अधिकारी का मुकाबला पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी से है. नंदीग्राम में वोटिंग खत्म हो चुकी है.
चुनाव आयोग को भाकपा-माले केंद्रीय समिति सदस्य कविता कृष्णन की ओर से एक शिकायत मिली थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि 29 मार्च को नंदीग्राम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अधिकारी ने ‘आपत्तिजनक भाषा’ का इस्तेमाल किया था. आयोग ने अधिकारी को उनके भाषण को लेकर 8 अप्रैल को नोटिस जारी था.
शुभेंदु अधिकारी ने नोटिस के जवाब में कहा कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में पूरा विश्वास रखते हैं जहां उम्मीदवारों के बीच कोई दुर्भावना नहीं हो तथा राजनीतिक विरोधियों की आलोचना करते हुए कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की जाए.
बीजेपी नेता ने कहा कि उनकी किसी की व्यक्तिगत आलोचना करने या किसी के खिलाफ अपमानजनक बयान देने की कोई दुर्भावना नहीं थी. उन्होंने कहा कि वह निर्वाचन आयोग के किसी भी निर्देश का पालन करेंगे.