EC Meeting on Assembly Elections: देश में अब दिन पर दिन कोरोना वायरस बेकाबू हो रहा है. आज कोरोना के 91 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. देश में एक तरफ कोरोना है तो दूसरी ओर पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव. ऐसे में कोरोना काल में चुनाव कराने को लेकर चुनाव आयोग का मंथन जारी है. केंद्रीय चुनाव आयोग आज नीति आयोग के सदस्य बलराम भार्गव और गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहा है. बैठक में रैलियों पर रोक लगाने को लेकर फैसला हो सकता है.
अलग-अलग पहलुओं पर जारी रहेगी चर्चा
बता दें कि इस बैठक में लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच चुनावों को कैसे संपन्न कराना है, इसको लेकर अलग-अलग पहलुओं पर चर्चा जारी है. कल चुनाव आयोग ने मणिपुर के अधिकारियों के साथ चुनावों को संपन्न कराने को लेकर बैठक की थी. इस बीच बड़ी रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगाने को लेकर किस तरह के दिशानिर्देश जारी किए जाएं, इसको लेकर भी लगातार चर्चा जारी है और आम सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट के बाद उत्तराखंड हाईकोर्ट ने भी उठाए सवाल
देश में मार्च तक उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा के चुनाव होने हैं. आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे हैं. राजेश भूषण चुनाव आयोग के अधिकारियों को कोरोना की स्थिति की जानकारी देंगे. एक अहम बात ये भी है कि कोरोना काल में चुनावी रैलियों पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के बाद उत्तराखंड हाईकोर्ट ने भी सवाल उठा दिए हैं. एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग से पूछा है-
- क्या चुनावी रैलियां ऑनलाइन नहीं हो सकती?
- क्या वर्चुअल वोटिंग का विकल्प मिल सकता है?
अब चुनाव आयोग को 12 जनवरी तक हाईकोर्ट के सामने अपना जवाब दाखिल करना.