Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ चुनाव को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. इस बीच चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायत पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा को अकबर वाले बयान पर गुरुवार (26 अक्टूबर) को नोटिस भेजा. सरमा ने ये टिप्पणी राज्य के मंत्री मोहम्मद अकबर को निशाने पर लेते हुए की थी.
आयोग ने सरमा से सोमवार (30 अक्टूबर) तक जवाब दाखिल करने को कहा है. इलेक्शन कमीशन ने नोटिस में सवाल किया कि क्यों ना आपके खिलाफ कार्रवाई की जाए. इसको लेकर आप अपना जवाब दें. दरअसल कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सरमा की तरफ से गई टिप्पणी को लेकर शिकायत की थी.
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी करते हुए कहा, ''कोई भी पार्टी या उम्मीदवार किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल नहीं होगा जो मौजूदा मतभेदों को बढ़ा सकती हो, आपसी नफरत पैदा कर सकती हो, या विभिन्न जातियों व समुदायों, धर्मों या भाषाओं के आधार पर तनाव पैदा कर सकती हो.''
हिमंत बिस्व सरमा ने क्या कहा था?
हिमंत बिस्व सरमा ने हाल ही में कहा था, ''एक अकबर अगर एक जगह पर आते हैं वो सौ अकबर को बुला कर लाते हैं, ये बात भूलिए मत. इस कारण जितना जल्दी हो सकता है, वो अकबर को आप विदा किजिए नहीं तो ये माता कौशल्या की भूमि अपवित्र हो जाएगी."
उन्होंने कहा था, ''हमारे देश में कांग्रेस के शासन में लव जिहाद शुरू हुआ. छत्तीसगढ़ में रह रहे आदिवासियों और असम के आदिवासियों को हर दिन धर्मांतरण के लिए उकसा दिया जाता है. इनके खिलाफ आवाज उठती है तो सीएम भूपेश बघेल बोलते है कि हम लोग सेक्युलर हैं. हिंदू को मारना ठोकना क्या तुम्हारा सेक्युलरिज्म है. ये देश हिंदू का देश है और देश हिंदू का रहेगा. ये सेक्युलरिज्म का भाषा हमें मत सिखाओ. ''
सरमा ने आगे कहा था कि आप लोगो को छत्तीसगढ़ को बचा कर रखना है. माता कौशल्या की इस पवित्र धरती को बचा कर रखना है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में सात और 17 नवंबर को दो चरणों में वोटिंग होगी.
इनपुट भाषा से भी.
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