नई दिल्ली: इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर गलत खबरें और अफवाह फैलाने के मामले में कड़ी कार्रवाई का मामला सामने आया है. दरअसल, ईवीएम को लेकर गलत खबरें फैलाने के मामले में दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी के जरिए एक एफआईआर दर्ज करवाई गई है.


केंद्रीय चुनाव आयोग के जरिए जारी की गई जानकारी के मुताबिक साल 2017 में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति के नाम से खबर वायरल की गई थी. हालांकि पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति की ओर से उस खबर का खंडन भी किया जा चुका है. अब उसी फर्जी बयान का हवाला देकर एक बार फिर ईवीएम पर सवाल किए जा रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी की ओर से एफआईआर दर्ज करवाई गई है.


चुनाव आयोग ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक किए जाने से जुड़ी एक फर्जी खबर को लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई है. इंटरनेट पर प्रसारित इस खबर में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति का हवाला दिया गया है. आयोग ने एक बयान में कहा कि दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी ने अलग-अलग धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है.


शुरू हुई जांच


इसके मुताबिक, 'इस मामले में जांच शुरू हो चुकी है. ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने चुनाव प्रक्रिया की छवि खराब करने के लिए फर्जी खबर जारी की.' आयोग ने कहा कि उसके संज्ञान में आया कि कुछ सोशल मीडिया मंचों पर ईवीएम हैक करने संबंधी एक पुरानी फर्जी खबर प्रसारित की जा रही थी.


उन्होंने कहा कि इस खबर में टीएस कृष्णमूर्ति के हवाले से दावा किया गया था कि एक विशेष दल ने ईवीएम हैकिंग के जरिए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की. इस गलत सूचना का तत्कालीन चुनाव आयुक्त 2018 में ही स्वयं खंडन कर चुके हैं. चुनाव आयोग ने कहा कि कुछ शरारती तत्व इसी खबर को दोबारा सोशल मीडिया पर फैला रहे हैं. बता दें कि कुछ ही दिनों में असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के लिए मतहान होने हैं.


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