YSR कांग्रेस का 'आजीवन अध्यक्ष' बनने पर चुनाव आयोग सख्त, मांगी सफाई
निर्वाचन आयोग ने YSRCP से जगन मोहन रेड्डी को आजीवन स्थाई अध्यक्ष चुने जाने की खबरों पर स्पष्टीकरण मांगते हुए कहा कि ये प्रक्रिया लोकतंत्र विरोधी है.
Andhra Pradesh Politics: निर्वाचन आयोग (Election Commission Of India) ने वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) को वाईएसआरसीपी (YSRCP) का स्थायी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने संबंधी खबरों पर स्पष्टीकरण देने को कहा है. आयोग ने बुधवार को पार्टी को 'स्पष्ट सार्वजनिक घोषणा' करने का निर्देश दिया क्योंकि इस मामले में अन्य राजनीतिक संगठनों में 'भ्रम' पैदा करने की क्षमता है.
युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने इस साल 8 और 9 जुलाई को पार्टी के अध्यक्ष के रूप में जगन मोहन रेड्डी के 'सर्वसम्मति' से चुनाव होने के बारे में आयोग को जानकारी दी थी. हालांकि, उसने जगन को आजीवन स्थायी अध्यक्ष बनाए जाने के आरोपों के संबंध में कोई स्पष्ट विवरण नहीं दिया.
मीडिया में खबरें आने के बाद मांगा स्पष्टीकरण
मीडिया में आई खबरों के बाद चुनाव आयोग ने पार्टी से स्पष्टीकरण मांगा था. वाईएसआरसीपी ने बाद में चुनाव आयोग से पुष्टि की थी कि इस मुद्दे पर खबर मीडिया में आई थी और पार्टी ने इस संबंध में एक आंतरिक जांच शुरू कर दी है.
क्या बोली वाईएसआरसीपी
वाईएसआरसीपी (YSRCP) ने चुनाव आयोग (Election Commission Of India) से कहा कि तथ्यों का पता चलने पर पार्टी द्वारा 'आवश्यक कार्रवाई' की जाएगी. चुनाव निकाय (Election Body) के आदेश में कहा गया है कि आयोग किसी भी संगठनात्मक पद के स्थायी प्रकृति के होने के प्रयास या संकेत को स्पष्ट रूप से अस्वीकार करता है, जो स्वाभाविक रूप से लोकतंत्र विरोधी है.
जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) वर्तमान में आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के सीएम हैं और वाईआरएसपी (YSRCP) की अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने 2011 में कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद YSRCP का गठन किया था और पार्टी के अध्यक्ष बने थे.