नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में भले ही चुनाव खत्म हो गया हो लेकिन सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. विवाद ईवीएम मशीन को लेकर है. सूबे के विभिन्न स्थानों पर बने स्ट्रांगरूम की सुरक्षा पर कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं. इस बीच अनूपपुर विधानसभा सीट के मौहरी मतदान केन्द्र पर आज पुनर्मतदान कराया जा रहा है. एमपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी एल कांताराव ने बताया कि अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र क्रमांक 180- मौहरी में पीठासीन अधिकारी द्वारा गलत ढंग से ईवीएम का संचालन किये जाने के कारण 56 मतदाताओं के मत ईवीएम में दर्ज नहीं हो पाये. इस वजह से भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस केन्द्र पर पुनर्मतदान के निर्देश दिये गये हैं.


एलईडी बंद
कांग्रेस ने भोपाल के स्ट्रांगरूम के बाहर लगी एलईडी के बंद होने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए निर्वाचन आयोग में शिकायत की तो दूसरी ओर सागर में शुक्रवार को ईवीएम के पहुंचने पर हंगामा किया. निर्वाचन अधिकारी गड़बड़ी की आशंका को हालांकि नकार रहे हैं.







भोपाल के विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम मशीनों को पुरानी जेल के परिसर में रखा गया है, मगर शुक्रवार की सुबह अचानक स्ट्रांगरूम के बाहर लगी एलईडी अचानक बंद हो जाने से हड़कंप मच गया. कांग्रेस ने गड़बड़ी की आशंका जताई है, वहीं प्रशासन ने बिजली गुल होने की बात कही है.


बताया गया है कि शुक्रवार सुबह आठ बजे अचानक स्ट्रांगरूम के बाहर चलने वाली एलईडी स्क्रीन बंद हो गई. इस एलईडी पर स्ट्रांगरूम में रखी ईवीएम मशीनों को बाहर से देखा जा सकता है. स्क्रीन के बंद होते ही वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऐतराज जताया, साथ ही ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया. लगभग डेढ़ घंटे तक एलईडी बंद रही.


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एलईडी स्क्रीन बंद होने की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी सुदाम खाडे मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया, साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं से चर्चा की. राज्य में मतदान 28 नवंबर को हुआ था, उसके बाद वापस आई ईवीएम मशीनों को गुरुवार को पुरानी जेल में बनाए गए स्ट्रांगरूम में रखा गया था. यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने के साथ पल-पल की स्थिति दिखाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. कैमरों को बाहर लगी एलईडी से जोड़ा गया है. इस तरह भीतरी स्थिति को बाहर बैठकर आसानी से देखा जा सकता है.


48 घंटे बाद पहुंचा EVM
शाम को सागर से ईवीएम के मतदान के 48 घंटे बाद मुख्यालय पर पहुंचने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए. कांग्रेस का आरोप है कि ये मशीनें खुरई विधानसभा क्षेत्र से आई हैं, जहां से प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. जिस वाहन में ये मशीनें पहुंचीं, उस पर नंबर भी नहीं है, इसलिए संदेह हो रहा है.


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तनखा ने ट्वीट कर कहा, ''माई रिज़र्व EVMs police स्टेशन में 48 घंटे क्यों रखे थे आफ़्टर पोल. यह गृह मंत्री का विधानसभा क्षेत्र है. किसने इन्हें सील किया. पहली बार सुन रहें है कि रिज़र्व ईवीएम पुलिस स्टेशन में रखे जातें है.''






कांग्रेस के प्रवक्ता संदीप सबलोक ने बताया कि ये मशीनें बस से आई, इन्हें परीक्षण के बाद जिलाधिकारी के कार्यालय में स्थित कोषालय के स्ट्रांगरूम में रखा गया. देर से मशीन लेकर पहुंचने वाले अफसरों को बर्खास्त किया जाए.


वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया, "चुनावी कार्य में लगे सभी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकरियों से अपील है कि वे लोकतंत्र के महापर्व के अवसर पर मतगणना तक निष्पक्षता का आचरण करें. हमें कुछ अधिकरियों के खिलाफ शिकायत मिली है."


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उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि सभी कांग्रेसजन, कांग्रेस प्रत्याशियों से अपील है कि 11 दिसंबर को मतगणना तक स्ट्रांगरूम व ईवीएम पर निगरानी रखें, विशेष सावधानी रखें. कांग्रेस की सरकार बननी तय है.