लोकसभा चुनाव के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसें सड़क पर एक बड़ी भीड़ मार्च करते हुए नजर आ रही है. इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध हो रहा है, जिसमें एक शख्स भीड़ के बीच ऊंट की सवारी करता हुआ दिखाई दे रहा है.
मोदी के खिलाफ रैली बताकर किया जा रहा शेयर
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर @IndiaAwakened_ नाम के यूजर ने इस वीडियो को शेयर कर कैप्शन में लिखा, "मोदी के खिलाफ रैला: अगर सविधान के साथ छेड़छाड़ की तो अंजाम ठीक नही होगा ये भीड़ किसी भी चैनल पर दिखाई नही दी."
पड़ताल में झूठे निकले वायरल दावे
लॉजिकली फैक्ट ने इस वीडियो की पड़ताल की, जिसमें वायरल हो रहे दावे झूठे निकले. यह रैली राजस्थान में चल रहे लोकसभा चुनाव लड़ रहे एक पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में थी, न कि पीएम मोदी के विरोध की. रिवर्स इमेज सर्च करने करने पर पता चला कि यह वीडियो 3 अप्रैल, 2024 को भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता, जितेंद्र मीना की ओर से शेयर किया गया था.
उन्होंने कैप्शन में लिखा था, "डूंगरपुर-बांसवाड़ा की जनता अब बदलाव चाहती हैं और भारत आदिवासी पार्टी @BAPSpeak इस बार बदलाव ले कर आयेगी और जनता @roat_mla की जितायेगी.
बांसवाड़ा उम्मीदवार की रैली का है वीडियो
पड़ताल में राजस्थान के एक जर्नलिस्ट का वीडियो मिला, जो उन्होंने 3 अप्रैल, 2024 को वीडियो पोस्ट कर लिखा, "डूंगरपुर-बांसवाड़ा में भारत आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार राजकुमार रोत की रैली." यहां देखें वीडियो. इस वीडियो को 4 अप्रैल 2024 को राजकुमार रोत ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था, जो वायरल हो रहे वीडियो से मेल खाता है. इस वीडियो को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स भी सामने आया है.
मीडिया रिपोर्ट्स ने की थी ये खबर पब्लिश
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक राजकुमार रोत ने 3 अप्रैल को हजारों समर्थकों के बीच ऊंट पर बैठकर लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. यह वायरल वीडियो के दृश्यों से मेल खाता है, जिससे पता चलता है कि यह बांसवाड़ा में उम्मीदवार के नामांकन दाखिल करने से पहले की रैली को दर्शाता है. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि जुलूस के दौरान समर्थकों ने आदिवासी एकता के नारे लगाए "एक तीर, एक कमान, आदिवासी एक समान, और जय जौहर का नारा है, भारत देश हमारा है."
एनडीटीवी ने भी बांसवाड़ा में नामांकन दाखिल करने के लिए ऊंट पर सवार होकर पहुंचे रोत की एक क्लिप भी साझा की.
निर्णय
वायरल हो रहे वीडियो में दावा किया जा रहा है कि यह भीड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध करने के लिए जुटी है. यह दावे पूरी तरह के फेक है. यह वीडियो बांसवाड़ा से भारत आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार राजकुमार रोत के नामांकन की है.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.