Rahul Gandhi in Ram Mandir Viral Video Fact Check: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सीनियर नेता राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में राहुल गांधी एक मंदिर में जाते दिख रहे हैं. इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि वह लोकसभा चुनाव 2024 के लिए रायबरेली से अपना नामांकन भरने के बाद अयोध्या के राम मंदिर गए.
फैक्ट चेक में बूम की टीम ने पाया कि राहुल गांधी का वायरल वीडियो नामांकन के बाद का नहीं, बल्कि फरवरी 2023 का है. तब राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान झारखंड के देवघर जिले में स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर गए थे न कि राम मंदिर.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में राहुल गांधी एक मंदिर से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं और आसपास कुछ लोगों की भीड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारे लगाती दिखाई दे रही है.
एक फेसबुक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “रायबरेली से उम्मीदवारी दाखिल करने के बाद राहुल गांधी ने अयोध्या का दौरा किया, जनादेश के साथ भीड़ तैयार मिली, भारी बेइज्जती, नरेंद्र मोदी जिंदाबाद नरेंद्र मोदी जिंदाबाद.”
क्या निकला फैक्ट चेक में?
बूम की टीम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए इनविड टूल की मदद से गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमारे सामने 3 फरवरी 2024 की कई न्यूज रिपोर्ट्स आ गईं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के एक्स अकाउंट पर यही वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया था, "झारखंड के देवघर में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर की यात्रा के दौरान कुछ लोगों ने राहुल गांधी जिंदाबाद के साथ नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए"
हमें News18 के यूट्यूब चैनल पर भी एक वीडियो मिला. इसमें बताया गया कि झारखंड के देवघर में मंदिर से बाहर निकलने पर कांग्रेस नेता का 'मोदी-मोदी' के नारे के साथ स्वागत किया गया.
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 3 मई को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उत्तर प्रदेश के रायबरेली से अपना नामांकन दाखिल कराया था.
इसके अलावा हमें राहुल गांधी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर और अलग से कोई भी ऐसी कई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली, जो यह पुष्टि करती हो कि उन्होंने रायबरेली से अपना नामांकन दाखिल करने के बाद अयोध्या राम मंदिर का दौरा किया.
एनडीटीवी की 10 जनवरी 2024 की न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस ने अयोध्या राम मंदिर के लिए उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने के अपने फैसले की घोषणा की थी. कांग्रेस ने तब अयोध्या के राम मंदिर को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की एक "राजनीतिक परियोजना" करार दिया था.
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Disclaimer: This story was originally published by Boom and republished by ABP Live Hindi as part of the Shakti Collective.