AAP National Council Meeting: दिल्ली में आज आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई. डिजिटल माध्यम से हुई इस बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव हुआ. खास बात ये है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कई नए चेहरे जुड़े हैं और जिन राज्यों में चुनाव होने हैं उन राज्यों से आने वाले चेहरों को भी मौका मिला है. आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कुल 34 सदस्य हैं.


इन 34 सदस्यों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल के तमाम बड़े चेहरे, राज्यसभा सांसद, पार्टी के बड़े नेता और प्रवक्ताओं के अलावा उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और पंजाब के आम आदमी पार्टी नेताओं को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है.


आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य-


1. अरविंद केजरीवाल


2. मनीष सिसोदिया


3. सत्येंद्र जैन


4. गोपाल राय


5. इमरान हुसैन


6. राखी बिड़लान


7. आतिशी


8. दुर्गेश पाठक


9. राघव चड्ढा


10. एनडी गुप्ता


11. दिलीप पांडेय


12. संजय सिंह


13. प्रीति मेनन


14. पंकज गुप्ता


15. राजेन्द्र पाल गौतम


16. दिनेश मोहनिया


17. गुलाब सिंह


18. कैप्टन शालिनी सिंह


19. आदिल खान


20. बलजिंदर कौर


21. अमन अरोरा


22. हरपाल चीमा


23. सरबजीत कौर


24. डॉ. अल्ताफ आलम


25. महेश बाल्मीकि


26. नीलम यादव


27. वेन्जी वेगस


28. इशुदान गांधवी


29. पृथ्वी रेड्डी


30. गोपाल इटालिया


31. भगवंत मान


32. सुशील गुप्ता


33. कर्नल अजय कोठीयाल


34. राहुल म्हामरे


राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जितने भी नए सदस्य आज राष्ट्रीय परिषद की बैठक में आए हैं, वह लोग इस बात की गांठ बांध लें कि केवल एक चीज हमारे ध्यान में रहनी चाहिए कि कैसे हम समाज की सेवा कर सकते हैं, देश की सेवा कर सकते हैं. मैं हर नए कार्यकर्ता-नेता से एक ही बात बोलता हूं कि आम आदमी पार्टी में कभी भी पद की इच्छा मत करना. हमको देश और समाज के लिए खूब जमकर काम करना है. अपने-अपने क्षेत्र में काम करते रहो और जमकर काम करते रहो, आपके अंदर का आनंद काम से आना चाहिए, पद मिलने से नहीं आना चाहिए.


पार्टी में पद की इच्छा न रखने की बात कहते हुए केजरीवाल ने कहा कि आपका काम ऐसा होना चाहिए कि पार्टी आपके पास आकर कहे कि आप यह पद ले लो, आपको पद मांगने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए. अगर आपको मेरे पास आकर पद मांगना पड़ जाए तो मतलब यह है कि आप उसके काबिल नहीं हो. अगर आपके मन में पद लेने की इच्छा जाग जाती है तो आपके मन में स्वार्थ जाग जाता है और जिसके मन में स्वार्थ जाग जाता है वह सेवा करने के लायक नहीं रहता.


केजरीवाल ने कहा, 'मैं नहीं चाहता कि एक ऐसा दिन आए कि लोग आम आदमी पार्टी की तरफ देखकर कहें कि यह लोग तो बीजेपी जैसे हो गए हैं या दूसरी पार्टी जैसे हो गए हैं. अगर मन में पद की इच्छा जाग जाए तो उसको कंट्रोल करने का एक तरीका है कि अगर आप पहले 8 घंटे काम कर रहे हैं तो आगे 10 घंटे, 12 घंटे, 14 घंटे काम कीजिए. जिससे आपका अहम कंट्रोल में आएगा. हमको इस पद की इच्छा को त्यागना पड़ेगा.'



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