Electricity Crisis: देश में बिजली संकट गहरा सकता है. 72 पॉवर प्लांटों में सिर्फ तीन दिन का ही कोयला बचा है. कोयले की कमी से कई पॉवर प्लांटों पर ठप होने का खतरा है. अगर कोयला आपूर्ति जल्द नहीं हुई तो देश के कई पॉवर प्लांट ठप होने का खतरा बढ़ जाएगा. इस रिपोर्ट में जानिए देश में बिजली संकट की 5 बड़ी वजह क्या हैं.


13 प्लांट में सिर्फ 10 से ज्यादा दिन का स्टॉक बचा


ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक, 135 पावर प्लांट में से 72 प्लांट में 3 या 3 दिन से कम का 50 प्लांट में 4 से 10 दिन का और 13 प्लांट में सिर्फ 10 से ज्यादा दिन का स्टॉक बचा है.


बिजली संकट की 5 बड़ी वजह-



  • पिछले दो महीने में भारी बारिश की वजह से घरेलू कोयला उत्पादन प्रभावित रहा मॉनसून की शुरुआत से पहले भी स्टॉक इस साल से देर से शुरू हुआ.

  • महाराष्ट्र, राजस्थान, यूपी, तमिलनाडु, एमपी ने कोयला कंपनियों के बकाए का भुगतान भी नहीं हुआ, जिस वजह से बिजली कंपनियों पर आर्थिक संकट आ गया.

  • अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमत बढ़ने से भी आपूर्ति पर असर पड़ा है.

  • देश में कोरोना काल की वजह से बिजली की खपत में भी एकाएक काफी बढोत्तरी हुई.

  • इसके अलावा देश में आए इस बिजली संकट के लिए चीन भी जिम्मेदार है. जिसने अपने यहां बिजली संकट को देखते हुए भारत का 20 लाख टन से अधिक कोयला अपने बंदरगाहों पर रख लिया है. जो ऑस्ट्रेलिया से वाया चीन-भारत आ रहा था.


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