‘एल्गर परिषद 2021' का आयोजन करने वाली संस्था ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व छात्र नेता शरजील उस्मानी के समर्थन में एक बयान जारी किया है. बता दें कि शरजील पर पुणे में 30 जनवरी को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हिंदू समुदाय और भारतीय राज्य के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण देने का आरोप है.


संस्था ने अपने बयान में कहा है कि वह सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति बी जी कोलसे पाटिल की ओर से जो  ‘एल्गार परिषद 2021’ के आयोजकों में से एक है,  उस्मानी के भाषण के लिए माफी मांगता है.


शरजील उस्मानी के बयान को गलत तरीके से किया गया पेश


इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अपने आधिकारिक फेसबुक (एफबी) पेज पर, 'भीमा कोरेगांव शौर्य दिन प्रेरणा अभियान' ने शनिवार देर शाम अंग्रेजी और हिंदी में एक बयान पोस्ट करते हुए लिखा, "30 जनवरी 2021 को एल्गर परिषद में शरजील उस्मानी के एक बयान को ब्राह्मणवादी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय जनता पार्टी और उनके संघ परिवार द्वारा गलत तरीके से पेश किया गया था.


शारजील को बनाया गया निशाना


इस पोस्ट में आगे लिखा गया है कि “संघ परिवार ने फिर से शरजील को निशाना बनाकर अपनी जातिगत और सांप्रदायिक घृणा को उकसाया. इस घटना ने धार्मिक भावनाओं और भड़काने के लिए शारजील पर आरोप लगाया. हम, एल्गार परिषद के आयोजक, शरजील उस्मानी के साथ मजबूती से खड़े हैं.


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