SpaceX की तरह रॉकेट कब बनाएगा भारत? जानें क्या बोले ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ
ISRO Chief On Elon Musk: इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने शनिवार को एलन मस्क की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक महान शख्स हैं और उनके कामों को देखते हुए हर कोई उनको हराना चाहता है.
ISRO Chief On Elon Musk: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस. सोमनाथ ने शनिवार को एलन मस्क की तारीफ की. एस सोमनाथ ने मस्क और उनके स्पेसएक्स की चॉपस्टिक से स्टारशिप बूस्टर को सफलतापूर्वक पकड़ने के लिए तारीफ की और कहा कि वह शानदार काम करने रहे हैं और एक महान व्यक्ति हैं".
आईआईटी दिल्ली के दीक्षांत समारोह में बोलते हुए इसरो प्रमुख ने अंतरिक्ष उद्योग पर मस्क के परिवर्तनकारी कार्यों की खूब तारीफ की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मस्क की उपलब्धियों और उनके काम से मिली प्रेरणा भारत के अंतरिक्ष प्रयासों के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है. उनके कामों से सभी का ध्यान उनकी ओर आकर्षित हो रहा है और लोग पूछ रहे हैं कि इसरो ऐसा कब करने जा रहा है.
हर कोई मस्क को हराना चाहता है
सोमनाथ बोले, "हर कोई मस्क की ओर देख रहा है कि वह क्या कर रहे हैं और वह कैसे कोई ऐसा शानदार आइडिया लेकर आ सकते हैं, जिससे वह उन्हें हरा सकें. बेशक हर कोई उन्हें हराना चाहता है, लेकिन वह इन सबसे ऊपर उठ चुके हैं. वह बोले “मुझे लगता है कि वह शानदार काम करने वाले एक महान व्यक्ति हैं. हम सभी उनके काम से प्रेरित हैं. इसी वजह से आज अंतरिक्ष बहुत आकर्षक बन रहा है."
युवाओं में बढ़ रही रुचि
एस सोमनाथ ने अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए युवाओं में बढ़ती रुचि पर प्रकाश डाला और इसका श्रेय टेक्नोलॉजी में प्रगति और बढ़ती पहुंच को दिया. वह बोले, "युवा अंतरिक्ष को बड़े जुनून के साथ देख रहे हैं. हम इसे इस तरह से देख रहे हैं कि लोगों के लिए टेक्नोलॉजी आसान हो रही है. इसी के साथ अर्थव्यवस्था, रोजगार और रोजगार सृजन पर इसका प्रभाव बढ़ रहा है. ये डोमेन बहुत महत्वपूर्ण हैं और इसलिए सरकार ने हाल ही में अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने, अधिक निजी निवेश और निजी भागीदारी लाने की पहल की है."
इस क्षेत्र में 400 से ज्यादा निजी कंपनियां शामिल
सोमनाथ ने बताया कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के कुछ पहलू रेगुलेटेड रहेंगे, लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत अनुप्रयोग डोमेन तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने की है. वह बोले, "यह एक ऐसा डोमेन है जिसे नियंत्रित और रेगुलेटेड नहीं रखा जा सकता. इसके अलावा, उन्होंने स्वीकार किया कि इसरो भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं में एक केंद्रीय भूमिका निभाना जारी रखता है, जबकि निजी कर्मचारियों को महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करता है. इस क्षेत्र में अब 400 से ज्यादा निजी कंपनियां शामिल हैं.
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