Rajeev Chandrasekhar On Elon Musk: केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार (2 नवंबर) को दुनिया के सबसे अमीर शख्स और कारोबारी एलन मस्क के साथ एक तस्वीर साझा की, साथ ही एक दिलचस्प बात बताई. उन्होंने कहा कि मस्क ने बताया है कि उनके बेटे के नाम भी 'चंद्रशेखर' है. 


केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपने X हैंडल से पोस्ट किया, ''देखिए, यूके के बैलेचली पार्क में एआई सेफ्टी समिट में मैं किससे टकराया. एलन मस्क ने साझा किया कि शिवोन जिलिस के साथ उनके बेटे का मिडिल नेम 'चंद्रशेखर' है - जिसका नाम 1983 के नोबेल भौतिक विज्ञानी प्रोफेसर एस चंद्रशेखर के नाम पर रखा गया है.''






बकिंघमशायर के बैलेचले पार्क में हुआ एआई सुरक्षा सम्मेलन


बता दें कि ब्रिटेन के बकिंघमशायर के बैलेचले पार्क में 1-2 नवंबर को दो दिवसीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेस सुरक्षा सम्मेलन (AI Safety Summit) का आयोजन किया गया, जिसमें केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता और इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी दुनिया की जानी-मानी हस्तियों के साथ शिरकत की. इसी दौरान उनकी मुलाकात टेस्ला के मालिक एलन मस्क से हुई.


शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने क्या कहा?


इलेक्ट्रानिक्स और आईटी मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन कहा, ''भारत ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जीपीएआई) पर वैश्विक साझेदारी के अध्यक्ष के रूप में अपनी क्षमता में एआई पर नेतृत्वकारी रुख अपनाया है. हमने यह सुनिश्चित किया है कि एआई को उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षा और विश्वास और प्लेटफार्मों के लिए जवाबदेही के सिद्धांतों से निर्देशित किया जाना चाहिए.'' मंत्री ने दिसंबर 2023 में होने वाले आगामी जीपीएआई और भारत एआई शिखर सम्मेलन के लिए सभी देशों को निमंत्रण दिया. 


बताया पीएम मोदी का दृष्टिकोण


राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण स्पष्ट है- हमें लोगों के जीवन को बदलने और उपयोगकर्ता के नुकसान को कम करने के लिए सुरक्षा, विश्वास और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए एआई का उपयोग करना चाहिए. सभी समान विचारधारा वाले देशों के बीच आम सहमति बढ़ रही है जो दुनियाभर में नागरिकों की भलाई, प्रगति और समृद्धि के लिए एआई का उपयोग करने के सिद्धांत को साझा करते हैं.”


वहीं, मंत्री राजीव चंद्रशेखर यूके, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और आयरलैंड के समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकों में शामिल हुए. 1 नवंबर को शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी राष्ट्र "द बैलेचली घोषणा" पर सहमत हुए. दस्तावेज एआई सिस्टम को मानवीय इरादों के साथ संरेखित करने के महत्व को रेखांकित करता है और एआई की पूर्ण क्षमता की अधिक गहराई से खोज को प्रोत्साहित करता है.


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