Air India Flight Emergency: त्रिची से शारजाह जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या AXB613 में हाइड्रोलिक खराबी आने के बाद करीब दो घंटे से भी ज्यादा समय तक हवा में घूमती रही. फिलहाल इसकी सुरक्षित लैंडिंग हो गई है. इस फ्लाइट ने शाम 5 बजकर 43 मिनट पर उड़ान भरी थी. इसके कुछ देर बाद ही इसमें खराबी आ गई.


इससे पहले पायलट के अनुरोध पर तिरुचिरापल्ली एयरपोर्ट पर आपातकाल घोषित कर दिया गया था. फ्लाइट में 141 यात्री सवार थे. दरअसल, उड़ान भरने के बाद फ्लाइट के पहिए अंदर नहीं गए और पायलट फ्लाइट उतारने की योजना बनाते रहे. विमान को वापस लौटने को कहा गया, लेकिन चूंकि पूरा ईंधन भरकर एहतियातन लैंडिंग करना उचित नहीं था, इसलिए पायलटों ने हवाई अड्डे के चारों ओर उड़ान भरते हुए कुछ ईंधन जला दिया.


फ्लाइट को हल्का करने के लिए फ्यूल डंप करने की थी योजना


विमान दो घंटे से अधिक समय तक हवा में रहा और आखिरकार यात्रियों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच रात 8 बजकर 15 मिनट पर नीचे उतर गया. इससे पहले विमान को हल्का बनाने के लिए ईंधन डंप करने पर विचार किया जा रहा था. हालांकि, विमान के रिहायशी इलाकों के ऊपर चक्कर लगाने के कारण ऐसा नहीं किया गया. जिला कलेक्टर ने कहा, "एहतियात के तौर पर हमने एंबुलेंस और बचाव दल को स्टैंडबाय पर रखा है."


शाम 7.50 बजे के आसपास लैंडिंग गियर में संभावित समस्या की रिपोर्टें आनी शुरू हुईं और तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे ने आपातकालीन लैंडिंग की तैयारी शुरू कर दी. कई एम्बुलेंस को स्टैंडबाय पर रखा गया. न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे के निदेशक गोपालकृष्णन के हवाले से बताया कि आपातकालीन लैंडिंग के लिए हवाई अड्डे पर 20 एम्बुलेंस और 18 दमकल गाड़ियां तैयार रखी गईं. 


कैसे होती है हाइड्रोलिक खराबी?


त्रिची एयरपोर्ट के डायरेक्टर के मुताबिक, पायलट ने हाइड्रोलिक खराबी के बारे में हवाई स्टेशन को सूचित किया था. किसी विमान में हाइड्रोलिक विफलता तब होती है जब लैंडिंग गियर, ब्रेक और फ्लैप जैसे महत्वपूर्ण भागों को नियंत्रित करने के लिए दबावयुक्त तरल पदार्थ का उपयोग करने वाली प्रणाली ठीक से काम करना बंद कर देती है.


वहीं, फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटराडार24.कॉम ने विमान को उतरने की मंजूरी का इंतजार करते हुए तिरुचिरापल्ली के ऊपर चक्कर लगाते हुए दिखाया. 


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