आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ शिक्षा में बदलाव, जान सकेंगे बच्चों की दिमागी स्थिति
Artificial Intelligence: कोविड-19 महामारी के बाद शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखा गया. अब एआई की मदद से छात्र की इंमोशनल स्थिति को ट्रैक किया जा सकता है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से दुनियाभर में अलग-अलग क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण काम किए गए हैं. एआई की मदद से अब शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. कोविड-19 महामारी के बाद से ही दुनिया में शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव आया है. अब पारंपरिक कक्षा मॉडल के तौर-तरीके में भी बदलाव देखने को मिल रहा है. मौजूदा समय में अधिकतर कंपनियां एआई के क्षेत्र में अपना निवेश बढ़ा रही हैं.
कोविड के बाद आया था शिक्षा में बदलाव
शिक्षा के पारंपरिक मॉडल को पीछे छोड़ते हुए अब ऑनलाइन शिक्षा और एआई तेजी से पॉपुलर होते जा रहे हैं. इस क्षेत्र में कई कंपनियों ने बेहतर काम किया है. कोविड महामारी के समय जब पूरी दुनिया में लॉकडाउन लगा हुआ था उस समय ऑनलाइन शिक्षा का दौर शुरू हुआ.
हर स्थिति को ट्रैक करने वाली एआई
सेंसर और एल्गोरिदम का उपयोग करके एआई किसी भी छात्र की भावनात्मक स्थित को ट्रैक कर सकती है. इससे किसी छात्र की कंफ्यूजन और निराशा जैसी भावनाओं का पता लगाया जा सकता है. इस एआई को सांस्कृतिक बारीकियों को समझने और उसका सम्मान करने के नजरिए से डिजाइन किया गया है.
इमोशनल एआई करेगी बदलाव
अब इस क्षेत्र में AcadAlly (एक एआई टेक कंपनी) ने बदलाव की मुहिम छेड़ दी है. यह कंपनी शिक्षा के क्षेत्र में इमोशनल एआई लाने जा रही है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह छात्रों का आकलन करने में इंसानी शिक्षकों से ज्यादा सक्षम है.
AcadAlly एआई का उपयोग कर स्मार्ट डिजिटल सामग्री के साथ शिक्षकों का ध्यान उन चीजों पर केंद्रित किया जाएगा जो वास्तव में मायने रखती हैं. हर छात्र की अपनी ताकत और कमजोरी होती है, इसे देखते हुए यह एआई उन छात्रों को व्यक्तिगत रूप से शिक्षा मुहैया कराएगी.
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