चेन्नई: तमिलनाडु की राजनीति में उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. पन्नीरसेल्वम और शशिकला के बीच सियासी लड़ाई में अब गेंद राज्यपाल के पाले में हैं. इस बीच रविवार को तमिलनाडु में राजनीति ने इमोशनल मोड़ उस वक़्त ले लिया जब शशिकला ने सीएम की कुर्सी के लिए आँसू बहा दिए.


एक रिजॉर्ट में कैद विधायकों को संबोधित करते हुए शशिकला के आंसू निकल पड़े. उधर इस इमोशनल ड्रामे पर वार करते हुए पनीरसेल्वम ने इसे घड़ियाली आंसू करार दिया और कहा कि ये आंसू अब कोई मदद नहीं कर सकते.


जयललिता के बाद वारिस का फैसला फंसा हुआ है, पनीरसेल्वम मज़बूती से लड़ रहे हैं और शशिकला राज्यपाल के बुलाने का इंतजार कर रही हैं. हालांकि ओ पन्नीरसेल्वम के खेमे से राज्यसभा एमपी वी मैत्रेयन राज्यपाल से मिले.


पन्नीरसेल्वम पर हमला


शशिकला ने कहा, ”पार्टी की महासचिव बनाए जाने के बाद अम्मा की समाधि पर गई. लेकिन वहां से बाहर नहीं आ सकी. किसी चुंबकीय शक्ति ने मुझे जाने नहीं देना चाहती थी. उस दिन मैंने शपथ ली मैं अपनी आखिरी सांस तक उनकी विरासत को संभालूंगी.”


अम्मा का यह कार्ड ही नहीं बल्कि शशिकला ने महिला कार्ड और एक किसान की बेटी का कार्ड भी खेल दिया. पन्नीरसेल्वम को जहां जनता और पार्टी का समर्थन मिलता दिख रहा है तो वहीं शशिकला ने अब नया दांव खेलत हुए महिला कार्ड खेला है, शशिकला ने कहा, ”महिला हूं इसलिए दिक्कत हो रही है. जयललिता के वक्त भी ऐसा होता था.”


साथ ही शशिकला ने कहा, ”हम सभी को जीत के लिए शपथ लेनी चाहिए, इसके बाद हम सब अम्मा की समाधि पर जाएंगे और अपनी जीत को उन्हें समर्पित करेंगे. अगर आप सब मेरे पीछे मजबूती से खड़े रहेंगे तो मैं पा सकती हूं.


शशिकला ने पन्नीरसेल्वम पर हमला बोलते हुए कहा, ”पन्नीरसेल्वम जो लंबे समय तक मंत्री थे आज सब बर्बाद करना चाहते हैं.”


शशिकला ने गोल्डेन बे रिसॉर्ट में जाकर अपने समर्थक विधायकों से मुलाकात की. इससे पहले शशिकला ने संकेत दिए थे कि अगर राज्यपाल ने उनकी बात का जवाब नहीं दिया तो वो धरने पर बैठ सकती हैं.


पन्नीरसेल्वम का पड़ला भारी


इधर ओ पन्नीरसेल्वम का पड़ला भारी होता जा रहा है अब तक 11 सांसद और 7 एमएलए के साथ खड़े है. पन्नीरसेल्वम के समर्थन में नौ लोकसभा और दो राज्य सभा सांसद हैं.


शशिकला के खेमे से पनीरसेल्वम के कुनबे में और नेता आ गए हैं. जिस तरह से ओ पनीरसेल्वम का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है, उसने शशिकला की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ा दी हैं.


इसका नतीजा था कि शशिकला अपने विधायकों से मिलने महाबलिपुरम के पास गोल्डन बे बीच रिजॉर्ट दूसरे दिन भी पहुंची. ये वही रिजॉर्ट है जहां एआईएडीएमके के करीब 94 विधायकों को एक तरह से बंद करके रखा गया है, ताकि हॉर्स ट्रेडिंग ना हो. बाहरी दुनिया से फिलहाल इनका संपर्क काट कर रखा गया है.


पनीरसेल्वम की बढ़ती ताकत ने शशिकला की नींद उड़ा दी है. शायद इसी वजह से वह लगातार राज्यपाल पर दबाव बनाने की कोशिश के साथ सरकार बनाने का दावा कर रही है.


उधर वार पलटवार के बीच ओ पन्नीरसेल्वम सोमवार को कार्यालय जाएंगे और साथ ही ये भी दावा किया है कि वे अपना बहुमत विधानसभा में साबित करेंगे. उधर शशिकला जो कि पहले ही धमकी दे चुकी कि वह धरने पर बैठ जाएगी अगर उन्हें सरकार बनाने के लिए नहीं बुलाया गया. ऐसे में दोनों बहुमत का दावा कर रहे है.


सीटों का गणित


235 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा में बहुमत के लिए 118 विधायकों का समर्थन चाहिए. जिसमें एआईएडीएमके के पास 135 जो कि जयललिता के निधन के बाद 134 सीटें है, और डीएमके के पास 89 सीटें हैं. पनीरसेल्वम खेमे का दावा है कि उनके पास 50 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है, जबकि फिलहाल ओ पन्नीरसेल्वम समेत 7 विधायक ही सामने आये हैं. जबकि शशिकला ने करीब 94 विधायकों को एक रिजॉर्ट में बंद करके रखा है. ओ पन्नीरसेल्वम ने तो यह भी आरोप लगाया है कि हर एमएलए के पीछे 4 गुंडे शशिकला द्वारा रखे गए है. हालाँकि ये लड़ाई अब हर दिन एक नया मोड़ ले रही है.