UP Congress: लखनऊ कांग्रेस दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों को बिना नोटिस निकाला गया, वर्षों से कर रहे थे यहां नौकरी
UP Congress: कांग्रेस दफ्तर से निकाले गए कर्मचारी पिछले बीस तीस सालों से यहां नौकरी कर रहे थे. नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने पार्टी ऑफिस में ही धरना शुरू कर दिया है.
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UP Congress: पर उपदेश कुशल बहुतेरे...यूपी (UP) में कांग्रेस (Congress) पार्टी इन दिनों इसी फार्मूले पर चल रही है. विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से पार्टी में कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है. अब तो लखनऊ ( Lucknow) में कांग्रेस ऑफिस (Congress Office) में पार्टी के लिए काम करने वाले लोग ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से लेकर प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) तक देश में बढ़ती बेरोज़गारी का मुद्दा उठाते रहते हैं. लेकिन यहां तो कांग्रेस ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों को ही नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है, वे भी बिना नोटिस के. ये कर्मचारी पिछले बीस तीस सालों से यहां नौकरी कर रहे थे.
कांग्रेस के उपाध्यक्ष योगेश दीक्षित ने इन्हें एक महीने का वेतन देकर नौकरी से बाहर कर दिया है. बर्ख़ास्तगी की चिट्टी 31 मई को जारी की गई जो इन लोगों को अब मिली है. कांग्रेस के इस फ़ैसले के खिलाफ नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने पार्टी ऑफिस में ही धरना शुरू कर दिया है. सोशल मीडिया में यह खबर खूब वायरल हो रही है. लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं.
‘ऐसे लोगों ने हमें सड़क पर ला दिया’
ममता तिवारी 1988 से ही कांग्रेस ऑफिस में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी कर रही थीं. लेकिन बिना नोटिस दिए ही उन्हें जून महीने से काम पर न आने को कह दिया गया है. उन्होंने ABP न्यूज़ को बताया कि प्रियंका गांधी के आस-पास रहने वाले कुछ लोग पार्टी को ख़त्म करने में लगे हैं. ऐसे लोगों ने हमें सड़क पर ला दिया है. हम इस फ़ैसले के खिलाफ धरना दे रहे हैं. ममता तिवारी की तरह ही सालों से कांग्रेस ऑफिस में नौकरी करने वाले के के शुक्ला, हरि सागर, उमा अग्रवाल और शर्मावती तिवारी भी बर्खास्त कर दिए गए हैं.
कई कांग्रेस नेता फैसले को बता रहे गलत
इस मामले में पार्टी के उपाध्यक्ष योगेश दीक्षित ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. लेकिन कांग्रेस के कई नेता इस फ़ैसले को ग़लत ठहरा रहे हैं. प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) कांग्रेस (Congress) महासचिव हैं और यूपी की प्रभारी भी. इसीलिए यूपी कांग्रेस में होने वाली कोई भी घटना सीधे उनसे जुड़ जाती है. पिछले ही हफ़्ते उन्होंने लखनऊ (Lucknow) में मीटिंग भी की थी. इस बैठक में भी पार्टी के नेता आपस में भी भिड़ गए थे.
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