बारिश में भी लगातार उड़ान भर सकते हैं दुश्मन के Drones, हमले के खतरे को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
भारत (India) के ऊपर एक बार फिर से ड्रोन (Drone) हमले का खतरा मंडराने लगा है. खुफिया एजेंसियों (Intelligence Agencies) ने इस बात की जानकारी दी है.
भारत (India) पर फिर से ड्रोन (Drone) हमले का खतरा मंडराने लगा है. खुफिया एजेंसियों (Intelligence Agencies) को जानकारी मिली है कि पाकिस्तान (Pakistan) ने चीन (China) से बेहद उन्नत ड्रोन्स खरीदे हैं जो बारिश मे भी उड़ सकते हैं. खुफिया एजेंसियों को यह भी जानकारी मिली है कि अपनी बनावट के चलते ये मुश्किल से पकड़े जाते हैं और एक साथ बीस किलोमीटर तक लगातार उड़ान भर सकते है. यानि, पाकिस्तानी सीमा से यदि पंजाब की तरफ ड्रोन उड़ाया जाए तो लगभग आधा पंजाब कवर किया जा सकता है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक इन ड्रोन्स के निशाने पर पंजाब, जम्मू कश्मीर समेत भारत के अहम शहर और हवाई अड्डों समेत अनेक सुरक्षा बलों के ठिकाने हैं.
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक इन ड्रोन्स की खासियत पर निगाह डाली जाए तो अब तक पाकिस्तान के पास मौजूद ड्रोन्स से ये ड्रोन्स बेहतर होने के साथ साथ मारक भी हैं. क्योंकि इन नए उन्नत ड्रोनों मे चीन ने ऐसी तमाम खूबियां डाली है जिसके चलते इनके जरिए निशाना लगाया जाना भी आसान है. खुफिया दस्तावेजों के हवाले से हम आपको बताते है कि इन नए ड्रोन्स की खासियत क्या क्या है.
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक ये ड्रोन्स बारिश मे भी लगातार उड़ान भर सकते है और इन पर पानी का कोई असर नही पड़ता. यानि मौजूदा समय मे जब बर्फवारी हो रही हो या फिर बारिश इन ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जा सकता है. दूसरी अहम बात यह कि ये ड्रोन्स जमीनी सतह से 800 मीटर की ऊंचाई से लगातार 15-20 किलोमीटर की उड़ान भर सकते हैं. आसान भाषा मे समझा जाए तो दिल्ली के गाजियाबाद बार्डर पर बैठा शख्स इन ड्रोन्स को उड़ा कर दिल्ली के कनॉट प्लेस तक भेज सकता है.
इन ड्रोन्स की बनावट ऐसी है कि इन्हे आसानी से पकड़ा नहीं जा सकता और सबसे अहम बात ये कि ये पहले वाले ड्रोन्स से ज्यादा सामान उठा कर ले जा सकते हैं. इन ड्रोन्स का इस्तेमाल विस्फोटक हथियार ले जाने से लेकर मादक पदार्थ तक भेजने में किया जा सकता है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने इन ड्रोन्स समेत तमाम तरह के एरियल प्लेटफार्म के इस्तेमाल पर दिल्ली मे 20 जनवरी से 15 फरवरी तक रोक लगा दी है. पुलिस आयुक्त ने अपने आदेश मे कहा है कि इन एरियल प्लेटफार्म का इस्तेमाल असामाजिक तत्वो तथा आंतकवादियो द्वारा किया जा सकता है. लिहाजा, सभी प्रकार के अनमैन एरियल व्हीकल, यूएवी माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट, रिमोट से चलने वाले एयरक्राफ्ट बडे गुब्बारों आदि पर रोक लगाई जाती है. इसका उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
माना जा रहा है कि पाकिस्तान की इस साजिश में चीन का भी पूरा हाथ है. क्योंकि जिस पाकिस्तान के पास खाने के लिए पैसे नहीं है वो इतने उन्नत ड्रोन कैसे खरीद सकता है. जानकारों का मानना है कि चीन एक तीर से दो निशाने कर रहा है. जहां एक तरफ वो पाकिस्तान को अपने से जोड़े रखना चाहता है वहीं वो पाकिस्तान के जरिए भारत को परेशान रखना चाहता है. ध्यान रहे कि बीते सोमवार को भी यूएई हवाई अड्रे़ पर ड्रोन के जरिए हमला किया गया था.
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