प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने असम राइफल्स (Assam Rifles) की ट्रेनिंग बटालियन के ट्रेनिंग सेंटर दीमापुर में तैनात सेकेंड इन कमांड अधिकारी राजेंद्र सिंह यादव की दो करोड़ रुपए से ज्यादा की चल संपत्ति जप्त की है. आरोप है कि असम राइफल्स के इस वरिष्ठ अधिकारी ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है.


प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के आला अधिकारी के मुताबिक जो चल संपत्ति जप्त की गई है, वह एफडी के रूप में है और उसकी कीमत दो करोड़ 22 लाख रुपए है. प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक, यह जब्ती प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की गई है. ईडी के आला अधिकारी ने बताया की राजदेव सिंह यादव इसके पहले असम राइफल्स के मुख्यालय में डीडीओ के स्टाफ अफसर जैसे महत्वपूर्ण पद पर तैनात थे.


इस डिवीजन के पास असम राइफल्स (Assam Rifles) के स्थापना आहरण संवितरण जैसा महत्वपूर्ण कार्य था. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी के मुताबिक राजदेव सिंह यादव ने 6 दिसंबर 2012 से 31 जुलाई 2019 तक अपने बैंक खातों में बड़े पैमाने पर नगदी राशि जमा कराई. 


यह भी आरोप है की इस राशि के जरिए यादव ने अपने और अपने परिजनों के नाम चल अचल संपत्तियां खरीदी. इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो की शिलांग शाखा ने राजदेव यादव के खिलाफ आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया.


सीबीआई (CBI) ने इस मामले की जांच के दौरान राजदेव सिंह यादव को अपने पद का दुरुपयोग करने के लिए दोषी माना और इस बाबत एक आरोप पत्र 30 मार्च 2021 को विशेष अदालत के सामने पेश किया. सीबीआई की इस FIR और आरोप पत्र के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच आगे बढ़ाई थी और इसके बाद आज उनकी दो करोड़ से ज्यादा की चल संपत्ति जप्त कर ली गई है. सूत्रों के मुताबिक शक है कि अपने पद पर रहने के दौरान राजेंद्र सिंह यादव ने अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की थी मामले की जांच जारी है.


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