ED Raid: कोलकाता-जयपुर में ED का बड़ा एक्शन, 11 जगहों पर छापेमारी, लाखों रुपए और डॉक्यूमेंट जब्त
ED Raid IN Kolkata Jaipur: प्रवर्तन निदेशालय ने बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में 41 लाख रुपये की नकदी बरामद की है. ईडी द्वारा कोलकाता और जयपुर में 11 अलग-अलग जगहों पर तलाशी ली गई.
ED Raid In Kolkata And Jaipur: प्रवर्तन निदेशालय ने बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में 41 लाख रुपये की नकदी बरामद की है. ईडी ने एक मामले में प्राइम पल्स लिमिटेड और अन्य के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में ईडी द्वारा कोलकाता और जयपुर में 11 अलग-अलग जगहों पर तलाशी ली गई.
कोलकाता और जयपुर में ईडी द्वारा तलाशी लिए जाने के बाद न केवल 41 लाख रुपये बरामद हुए, बल्कि कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. ईडी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि ये छापेमारी 28 जून को की गई थी.
छत्तीसगढ़ में भी ईडी का एक्शन
इसके पहले बीते रोज (4 जुलाई) प्रवर्तन निदेशालय ने छत्तीसगढ़ में भी मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में बड़ी कार्रवाई की थी. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने रायपुर में शराब घोटाले में चल रही मनी लॉन्ड्रिंग की जांच में पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत 1 जुलाई को अरविंद सिंह और त्रिलोक सिंह ढिल्लों को अरेस्ट किया था. गिरफ्तार किए गए अरविंद सिंह और त्रिलोक सिंह ढिल्लों को विशेष न्यायालय रायपुर की तरफ से 6 जुलाई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया.
नकली होलोग्राम से तैयार की गई शराब सप्लाई करते थे
ईडी का कहना था कि शराब घोटाले के नकली होलोग्राम मामले में बिजनेसमैन अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी के साथ पूरे सिंडिकेट में शराब कारोबारी अरविंद सिंह और त्रिलोक सिंह ढिल्लों खासतौर से एक्टिव थे। इतना ही नहीं ईओडब्ल्यू के चालान में भी त्रिलोक सिंह और अरविंद सिंह का नाम था. इस मामले में ईडी का कहना है कि आरोपी अरविंद सिंह पहले खाली बोतल सप्लाई करने का काम करता था. इसके बाद उसने ट्रांसपोर्ट की दुनिया में अपना काम शुरू किया. काम बढ़ता गया और उसके बाद वह नकली होलोग्राम से तैयार की गई शराब सप्लाई करने लगा. वहीं दूसरी तरफ साथी त्रिलोक सिंह ढिल्लों अवैध कमाई को ठिकाने लगाने का काम करता था. बीते रोज दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और अब ईडी उनके साथ पूछताछ कर सकती है.