ED Raid In Fairplay Case: फेयरप्ले ऐप पर आईपीएल 2023 की अवैध स्ट्रीमिंग की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय ने 12 जून को मुंबई और पुणे के 19 लोकेशन पर छापेमारी की. जांच में ईडी ने पाया कि फेयर प्ले ऐप ने आईपीएल क्रिकेट मैच को अवैध तरीके से ब्रॉडकास्ट किया था. साथ ही इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों पर भी सट्टेबाजी हो रही थी.
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने सर्च ऑपरेशन के दौरान कैश, बैंक फंड, डिमैट अकाउंट और लग्जरी वॉच मिली हैं, जिनकी कीमत 8 करोड रुपए बताई जा रही है. हालांकि, ईडी ने उन तमाम बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया है. इसके अलावा ईडी को कई सारे आपत्तिजनक डॉक्यूमेंट और डिजिटल डिवाइस भी मिले हैं. साथ ही यह भी पता चला कि फेयर प्ले ने दुबई और कुराकुआ में स्थित विदेशी एंटिटीज के माध्यम से भारतीय एजेंसी जो की सेलिब्रिटीज को रिप्रेजेंट करती है उनसे एग्रीमेंट किया था.
रैपर बादशाह को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था
ईडी की जांच-पडताल में यह भी पता चला कि फेयर प्ले ने जो फंड कलेक्ट किए हैं, वह कई बोगस और सेल बैंक अकाउंट्स से लिए हैं, जिसे बाद में बोगस बिलिंग के माध्यम से फार्मा कंपनी में दिखाया गया. वायकॉम कंपनी ने अपनी शिकायत में दावा किया था कि फेयरप्ले ने टाटा इंडियन प्रीमियर लीग 2023 की स्क्रीनिंग अवैध तरीके से की थी, जिसकी वजह से उनकी कंपनी को 100 करोड़ का नुक़सान हुआ. वहीं, इसी मामले में साइबर सेल ने अब तक रैपर बादशाह का बयान दर्ज किया है.
अलग-अलग देशों से आए पैसे
महाराष्ट्र पुलिस को इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि फेयरप्ले ने अलग अलग कंपनी के अकाउंट से कलाकारों को पैसे दिए. जिसमें संजय दत्त को प्ले वेंचर नाम की कंपनी के एकाउंट से पैसे मिले जोकि कुराकाओ देश की कंपनी है. वहीं, गायक बादशाह को लाइकोस ग्रुप एफजेडएफ़ कंपनी के अकाउंट से पैसे मिले. यह कंपनी दुबई की है तो वहीं, जैकलीन फ़र्नांडीस को ट्रिम जनरल ट्रेडिंग एलएलसी नाम की कंपनी के अकाउंट से पैसे मिले हैं यह कंपनी दुबई की है.
तमन्ना भाटिया और संजय दत्त को भी भेजा गया था समन
इस मामले में 2 महीने पहले महाराष्ट्र साइबर सेल ने अभिनेत्री तमन्ना भाटिया और अभिनेता संजय दत्त को समन भेजकर गवाह के रूप में पूछताछ के लिए बुलाया था. महाराष्ट्र साइबर टीम ने इस मामले की एफआईआर में फ़ेयरप्ले के अलावा पिकाशो नाम के एप्लिकेशन को भी आरोपी बताया है. जब, साइबर पुलिस ने इस एप्लिकेशन की जानकारी इकट्ठा की तो पता चला की इस एप्लिकेशन को गूगल एडसिंस से जो पैसे आ रहे हैं वो पैसे पाकिस्तान जा रहे हैं.
सूत्रों ने बताया की गूगल से मिली जानकारी के मुताबिक, पिकाशो नाम के एप्लिकेशन पर सारी नई फ़िल्म और वेबसीरिज़ की पाइरेटेड कॉपी देखने को मिलती है और यह एप्लिकेशन पर जो गूगल के माध्यम से एडवरटाइज़ आते हैं वो रसीद और जूनेद नाम के शख्स के नाम के बैंक अकाउंट में जाते हैं. यह बैंक अकाउंट पाकिस्तान के “रहीम यार ख़ान” नाम के शहर में स्थित बैंक में है.
महाराष्ट्र साइबर सेल केस की जांच में जुटी
महाराष्ट्र साइबर पुलिस की जांच के मुताबिक उस एप्लिकेशन पर जितना ट्रैफिक आता है उसे देखते हुए अगर अनुमान लगाया जाए तो आरोपियों के पाकिस्तान स्थित बैंक अकाउंट में 5-6 करोड़ रुपये प्रति महीने जाते हैं. हालांकि, महाराष्ट्र साइबर पुलिस इन सारे एप्लिकेशन और उनके द्वारा ग़ैरक़ानूनी तरीके से पैसे कमाने और उसके इस्तेमाल किए जाने की जांच-पड़ताल कर रही है.
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