गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमला करने के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को लेकर अलग-अलग कयास लगाये जा रहे हैं. इस महले की जांच यूपी पुलिस के साथ-साथ यूपी एटीएस भी कर रही है. इस जांच में पुलिस ने अबतक कई अहम खुलासे किए हैं. अब्बासी फिलहाल पुलिस हिरासत में है. उसको सोमवार की रात 8 बजे से 11 अप्रैल की दोपहर 2 बजे तक पुलिस हिरासत में रखा जाएगा.
अब्बासी ने 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है उसके बाद उसने दो कंपनियों में नौकरी भी की है. 2015 में इंजीनियरिंग पास करने के बाद उसने पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम किया और फिर एस्सार पेट्रोकेमिकल्स में काम किया.
हमले से पहले गया था नेपाल
उसके पिता मोहम्मद मुनीर कई फाइनेंस कंपनियों के एडवाइजर रहे हैं.अब्बासी के घरवालों का कहना है कि 2017 से उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है. वहीं इस मामले में यूपी एटीएस ने खुलासा किया है कि पिछले कुछ समय से मुंबई में रह रहा यह आरोपी हमले से एक दिन पहले नेपाल गया था और मंदिर में जिस धारदार हथियार का इसने इस्तेमाल किया था उसे महाराजगंज से खरीदा गया था.
अब्बासी को सोमवार को भारी सुरक्षा के बीच एसीजेएम फर्स्ट की अदालत में पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने 7 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. अहमद मुर्तजा अब्बासी यूपी एटीएस की हिरासत में 11 अप्रैल की दोपहर 2 बजे तक रहेगा जिससे यूपी एटीएस पूछताछ करेगी.
गोरखपुर का ही रहने वाला है आरोपी
चूंकि आरोपी मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर का ही रहने वाला है पुलिस ने गोरखनाथ मंदिर और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया है पुलिस के सामने उसके नेपाल कनेक्शन की कहानी भी सामने आई है. इसी कड़ी में पुलिस की जांच IIT मुंबई तक भी जा पहुंची है जहां से उसने केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी पुलिस को उसके बारे में जो जानकारी मिली उसके बाद मामले को महज हमले की तरह नहीं देखा जा रहा है.