आगरा: दुनिया भर में प्रेम की निशानी समझे जाने वाले ताजमहल का दीदार अब महंगा होने वाला है. वैलेंटाइन डे से ठीक एक दिन पहले केन्द्र सरकार ने इसकी घोषणा की है. भारत सरकार के संस्कृति मंत्री डॉ महेश शर्मा ने ताजमहल देखने के लिए बढ़ी हुई फीस का ऐलान किया. अब ताजमहल का दीदार करने के लिए 50 रूपये एंट्री टिकट के लिए देने होंगे. इससे पहले टिकट की फीस 40 रूपये थी. बढ़ाई गई फीस एक अप्रैल से लागू की जाएगी.


इतना ही नहीं अब एक टिकट केवल 3 घण्टे के लिए ही वैध माना जाएगा. जबकि पहले एक टिकट पर आप दिन भर ताजमहल परिसर में रह सकते थे. इसी दिशा में एक और फैसला लिया गया है. ताजमहल में मौजूद मकबरे को देखने के लिए प्रति व्यक्ति को अलग से 200 रुपये देने होंगे. पहले एंट्री फीस से ही मकबरे का भी दर्शन हो जाता था. हालांकी पहले की तरह ही 15 साल तक के बच्चों का प्रवेश निशुल्क रखा गया है.


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इस बढ़ोत्तरी को सरकार जायज ठहरा रही है. संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कहा, "इस बढ़ोत्तरी का मक़सद राजस्व कमाना नहीं है. ताजमहल देश की एक धरोहर है और उस धरोहर को बचाये रखना ज़रूरी है ताकि आने वाली पीढियां भी उनका दीदार कर सकें. ऐसे में लोगों की आवाजाही पर थोड़ा नियंत्रण तो ज़रूरी है."


पिछले कुछ दिनों में ताजमहल लगातार ग़लत कारणों से सुर्खियों में रहा है. बीजेपी नेता विनय कटियार और संगीत सोम ने ताजमहल के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करते हुए उसे मन्दिर करार दिया था. वहीं पिछले साल योगी सरकार के पर्यटन विभाग से जारी की गई मैगजीन से ताजमहल का नाम हटा दिया गया था. इसे लेकर सरकार की चौतरफा आलोचना हुई थी.


बता दें कि भारत में पर्यटन के जरिए होने वाली कमाई में ताजमहल का एक अच्छा खासा हिस्सा है. केन्द्रीय संस्कृति राज्य मंत्री महेश शर्मा ने लोकसभा में बताया था कि साल 2013-14 से लेकर साल 2015-16 तक ताजमहल से टिकटों के जरिए 75.91 करोड़ रुपये की कमाई हुई.  दुनिया भर के देशों में ताजमहल को भारत की शान के रुप में जाना जाता है. यही वजह है कि दुनिया भर के पर्यटक ताजमहल देखने के लिए भारत आते हैं.