क्या ढाई करोड़ खाताधारकों का चोरी हो रहा है PF डेटा? EPFO ने दी सफाई
ईपीएफओ ने डेटा चोरी की खबरों पर कहा कि लोगों को चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है. ईपीएफओ निरंतर इस पर करीबी नजर रख रहा है और भविष्य में भी वह इस बारे में सतत रूप से सजग रहेगा.
नई दिल्ली: निजी डेटा की सुरक्षा पर उठ रहे सवालों के बीच कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की वेबसाइट से ढाई करोड़ से अधिक खाताधारकों का डेटा कथित तौर पर चोरी होने का मामला सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ईपीएफओ की वेबसाइट पर रजिस्टर्ड तकरीबन 2.7 करोड़ लोगों की जानकारी लीक हो गई है. हालांकि ईपीएफओ ने इसे पूरी तरह झूठ करार दिया है.
ईपीएफओ ने कहा, ''सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस आशय की खबर चल रही है कि ईपीएफओ के डेटा से जुड़ी कोई खामी रही है. इसके आधार पर इस तरह की खामी दूर करने के लिए साझा सेवा केन्द्र (सीएससी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को एक पत्र लिखा गया है.''
बयान में कहा गया है, ''इस संबंध में यह सूचित किया जाता है कि डेटा अथवा सॉफ्टवेयर में निहित खामियों के बारे में चेतावनियां जारी करना एक रूटीन प्रशासनिक प्रक्रिया है जिसके आधार पर साझा सेवा केन्द्रों के जरिए मुहैया कराई जाने वाली सेवाएं 22 मार्च 2018 से रोक दी गयी हैं. समाचार साझा सेवा केन्द्रों के जरिए मुहैया कराई जाने वाली सेवाओं से संबंधित है, न कि यह ईपीएफओ के सॉफ्टवेयर या डेटा सेंटर से संबंधित है. डेटा लीक होने के बारे में अब तक कोई पुष्टि नहीं हुई है.''
ईपीएफओ ने आगे कहा, ''लोगों को चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है. ईपीएफओ निरंतर इस पर करीबी नजर रख रहा है और भविष्य में भी वह इस बारे में सतत रूप से सजग रहेगा. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने डेटा सुरक्षा एवं संरक्षण के तहत किसी भी खामी की जांच पूरी होने तक साझा सेवा केन्द्रों के माध्यम से सर्वर और होस्ट सर्विस को बंद करके अग्रिम कार्रवाई की है. ईपीएफओ यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव एहतियाती कदम उठता रहा है कि कोई भी डेटा लीक न हो.''
कहां से चोरी हुआ डेटा? दरअसल, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय को लिखे गए एक खत के मुताबिक हैकर्स ने ईपीएफओ के आधार सीडिंग पोर्टल से डेटा चुराया है. साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ आनंद वेंकटनारायण की मानें तो नाम, पता, नौकरी संबंधी डेटा सहित, लोग कितना सैलरी पाते हैं इसकी भी जानकारी चोरी हुई है. हर शख्स अपने वेतन का 12% पीएफ में कटवाता है.
आपको बता दें कि देशभर में पांच करोड़ से अधिक ईपीएफओ खाता धारक हैं. जिसमें से ढ़ाई करोड़ से अधिक खाता धारक पीएफ अकाउंट को आधार से लिंक कर चुके हैं. पिछले साल जुलाई में ईपीएफओ ने खाता खोलने के लिए आधार जरूरी कर दिया था.