लोकसभा से महुआ मोइत्रा का होगा निष्कासन? एथिक्स कमेटी के चेयरमैन ने स्पीकर ओम बिरला को सौंपी रिपोर्ट
Cash For Query Issue: सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के आरोप के मामले को लेकर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मजाक करार दिया.
Mahua Moitra Cash For Query Row: सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के आरोप के मामले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद मोइत्रा मोइत्रा को लेकर एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को रिपोर्ट सौंप दी है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से शुक्रवार (10 नवंबर) को ये जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में बीजेपी के सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली कमेटी ने ओम बिरला से मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की. वहीं महुआ मोइत्रा ने इस बीच कहा कि पूरा मामला मामला मजाक ही है.
महुआ मोइत्रा ने क्या कहा?
महुआ मोइत्रा ने रिपोर्ट को लेकर कहा, '' पूरा मामला ही मजाक है. ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी मीडिया कह रही है कि सवाल पूछने के बदले पैसे का मामला है, लेकिन 500 पेज की रिपोर्ट मैं पैसे को लेकर कोई सबूत नहीं है.''
VIDEO | "This entire thing is a bit of a joke because the 'BJP media' is calling it 'cash for query', but in their 500 page report, they have found no evidence of cash, because there isn't any," says TMC leader Mahua Moitra on Lok Sabha Ethics Committee's recommendation to expel… pic.twitter.com/qX6I7U0Gb9
— Press Trust of India (@PTI_News) November 10, 2023
लोकसभा में रखी जाएगी रिपोर्ट
आचार समिति ने इसको लेकर रिपोर्ट गुरुवार (9 नवंबर) को स्वीकार की थी. रिपोर्ट के पक्ष में छह सदस्य थे वहीं विरोध में चार लोगों ने वोट किया. रिपोर्ट का समर्थन करने वाले में कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर भी थी. रिपोर्ट का विरोध करने वाले विपक्षी सांसदों ने समिति की गलत बताया.
समिति में शामिल एन उत्तम कुमार रेड्डी और वी वैथिलिंगम, बसपा के दानिश अली, जनता दल (यूनाइटेड) के गिरधारी यादव और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पी. नटराजन ने असहमति के नोट दिए हैं.
वहीं मोइत्रा ने कहा था कि ये सब पहले से फिक्स मैच था. उन्होंने कहा कि यह भारत में लोकतंत्र की मौत है. इन आरोपों को खारिज करते हुए विनोद सोनकर ने कहा कि पहले से ही विस्तृत चर्चा हो चुकी थी. मीटिंग सिर्फ रिपोर्ट अडॉप्ट करने के लिए थी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि रिपोर्ट को रिपोर्ट संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा के पटल पर रखी जाएगा.
मामला क्या है?
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा संसद में अडानी ग्रुप के मामले में सवाल करने के लिए दर्शन हीरानंदानी से पैसे और गिफ्ट लिए. इसको लेकर हीरानंदानी का साइन किया हुआ एफिडेविट सामने आया. इसमें उन्होंने कहा कि मोइत्रा को उन्होंने पैसे दिए. मोइत्रा संसद में अडानी के मामले में सवाल पीएम मोदी की छवि खराब करने के लिए कर रही थी.
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