नई दिल्ली: बाबा का ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद को लगभग 40 घंटे बाद भी होश नहीं आया है. बाबा अभी सफदरजंग अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं. पुलिस का कहना है कि बाबा के होश में आने पर ही उनसे बात हो सकेगी और यह स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर किस वजह से बाबा ने नींद की गोली खाई थी.


पुलिस का कहना है कि शनिवार दोपहर तक भी बाबा को होश नहीं आया है. सफदरजंग अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है. ज्ञात रहे कि गुरुवार देर रात लगभग 11: 15 बजे पुलिस को सफदरजंग अस्पताल से सूचना मिली थी कि बाबा को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया है. पुलिस ने जब जांच शुरू की, तो कांता प्रसाद के बेटे कर्ण ने पुलिस को बताया कि बाबा ढाबा के अंदर ही बेहोश हो गए थे.


ढाबा न चलने की वजह से परेशान थे बाबा
डीसीपी साउथ अतुल ठाकुर के अनुसार कर्ण ने बताया था कि बाबा ने शराब पीने के बाद नींद की गोली खा ली थी. शुरुआती जांच में यही बात सामने आई है कि ढाबा न चलने की वजह से बाबा परेशान थे. आर्थिक तौर पर काफी तंगी चल रही थी. साथ ही यू-ट्यूबर के साथ हुए विवाद की वजह से भी वह परेशान रहते थे. हालांकि कुछ ही दिन पहले यू-ट्यूबर गौरव फिर से बाबा का ढाबा पर कांता प्रसाद की मदद के लिए पहुंचा था. शुरुआती पूछताछ में कांता प्रसाद की पत्नी ने यह भी बताया था कि दिसंबर 2020 में बाबा ने मालवीय नगर इलाके में ही एक रेस्टोरेंट किराए पर खोला था, जो चल नहीं पाया. उसका किराया एक लाख रुपये महीना था, जबकि रेस्टोरेंट्स से कुल कमाई तीस हजार की हो रही थी. इस वजह से रेस्टोरेंट बंद कर दिया था और कुछ दिन पहले ही दोबारा से ढाबा शुरू किया था. 


बाबा का ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद पिछले साल लॉकडाउन के समय सुर्खियों में आए थे. जब यूट्यूब ने उनसे संबंधित एक वीडियो दिखाया था. जिसमें यह भी बताया था कि लॉकडाउन की वजह से ढाबा चल नहीं पा रहा है और ढाबा चलाने वाला बुजुर्ग दंपत्ति तंगी से गुजर रहा है.


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