इस बार का सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शुरू होकर शाम 5 बजे खत्म होगाय़ ग्रहणकाल का सूतक लगभग 12 घंटे पहले लगेगा. इस बार आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो कि पृथ्वीख के उत्तरी गोलार्द्ध यानी कि उत्तरी यूरोप से लेकर पूर्वी एशिया और रूस में दिखाई देगा.
भारत के पड़ोसी देश चीन के अलावा यह नॉर्थ अमेरिका, नॉर्थ पश्चिमी एशिया, साउथ कोरिया और मॉस्को में भी देखा जा सकेगा. भारत में साल के इस अंतिम सूर्य ग्रहण के दीदार नहीं होंगे. नासा के मुताबिक, इन इलाकों में रहने वाले लोग 65 फीसदी आंशिक सूर्य ग्रहण का दीदार कर पाएंगे. इस साल की तरह अगले साल भी 3 सूर्यग्रहण लगेगा.
पहला 6 जनवरी, दूसरा 2 जुलाई और तीसरा 26 अगस्त को होगा. आज शनि अमावस्या है और हरियाली अमावस्या का भी संयोग बना है. यह एक दुर्लभ संयोग है क्योंकि सावन के महीने में शनिवार के दिन हर साल अमावस्या तिथि नहीं लगती है.
पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमने के साथ-साथ अपने सौरमंडल के सूर्य के चारों ओर भी चक्कर लगाती है. दूसरी ओर, चंद्रमा दरअसल पृथ्वी का उपग्रह है और उसके चक्कर लगता है, इसलिए, जब भी चंद्रमा चक्कर काटते-काटते सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तब पृथ्वी पर सूर्य आंशिक या पूर्ण रूप से दिखना बंद हो जाता है. इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
आज लॉन्च होगा नासा का सोलर प्रोब
नासा का अंतरिक्ष यान सूरज तक पहुंचने के लिए तैयार है. सूरज के तापमान को टटोलने के उद्देश्य से डेढ़ अरब डॉलर का नासा का अंतरिक्षयान आज लॉन्च होगा. कार के आकार का अंतरिक्षयान 'पारकर सोलर प्रोब' आज फ्लोरिडा के केप केनवरल से डेल्टा 4 हैवी राकेट के साथ लॉन्च होगा. कार के आकार का ये अंतरिक्षयान सीधे सूर्य के कोरोना के चक्कर लगाएगा. भारतीय समय के मुताबकि यह दोपहर 1.30 बजे के करीब शुरू होगा.