EVM हैकिंग का दावा करने वाले सैयद शुजा पर एबीपी न्यूज की तहकीकात, ज्यादातर दावे झूठे निकले
EVM Hacking: कथित हैकर सैयद शुजा ने दावा किया है कि उसके 11 दोस्तों को गोली मार दी गई .हैदराबाद जैसी जगह में एक साथ 11 लोगों की हत्या होना बहुत बड़ी बात है. पिछले 5 सालों में ऐसी कोई वारदात वहां रिपोर्ट नहीं हुई है.
नई दिल्ली: ईवीएम हैकिंग और बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे की मौत को हत्या बताने वाले कथित हैकर सैयद शुजा के दावों के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है. अमेरिका में रहने वाले भारतीय नागरिक सैयद शुजा ने सोमवार को दावा किया था कि 2014 के आम चुनाव में धांधली हुई थी. उन्होंने यह भी दावा किया था कि "बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे की मौत हादसे के कारण नहीं हुई थी, बल्कि उनकी हत्या की गई थी, क्योंकि वह ईवीएम की हैकिंग के बारे में जानते थे."
जिसके बाद शुजा के दावों की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं. चुनाव आयोग ने शुजा के खिलाफ केस दर्ज कराया है. एबीपी न्यूज़ ने भी शुजा के दावों की तहकीकात की है. इस तहकीकात में उसके ज्यादातर दावे झूठे निकले. जितनी जानकारी अब तक सामने आयी है. उस आधार पर लगता है कि आरोप लगाने वाला हैकर सिरफिरा है.
पहली तहकीकात- क्या सैयद शुजा ECIL से जुड़ा था? ECIL यानी इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड. जिसने 2014 चुनाव के लिए EVM बनाये थे और हैदराबाद में उसका कॉरपोरेट ऑफिस है. ECIL के अधिकारियों ने कैमरे पर आकर बयान नहीं दिया लेकिन हमें बताया गया कि सैयद शुजा नाम का कोई भी शख्स यहां काम नहीं करता था. ECIL से हमने सैयद शुजा के बारे में और सवाल पूछे तो उनका कहना है कि इस बारे में चुनाव आयोग ही प्रेस रिलीज जारी करेगा.
दूसरी तहकीकात- सैयद शुजा का दावा हैदराबाद में उसपर हमला हुआ? जब हमने हैदराबाद पुलिस से पूछा कि क्या सैयद शुजा नाम के किसी शख्स ने कभी किसी हमले की जानकारी दी है. पुलिस ने बताया कि ऐसे किसी हमले की रिपोर्ट या शिकायत उसके पास नहीं हुई है.
तीसरी तहकीकात: शुजा का दावा- उसके साथियों की हत्या की गई कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कल कहा था कि, ECIL के लिए विंड सॉल्यूशन कम्पनी के तहत ईवीएम प्रोजेक्ट के लिए काम चल रहा था. प्रोजेक्ट में 14 लोग काम कर रहे थे. 13 मई को बीजेपी नेता किशन रेड्डी के हैदराबाद के एक गेस्ट हाउस में 14 में से 11 लोगों की हत्या कर दी गई. इस मौके पर कृष्ण रेड्डी भी मौजूद थे. जिसके बाद सैयद 15 मई को अमेरिका चला गया.
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सैयद शुजा ने भी यही दावा किया है कि उसके 11 दोस्तों को गोली मार दी गई .हैदराबाद जैसी जगह में एक साथ 11 लोगों की हत्या होना बहुत बड़ी बात है. पिछले 5 सालों में ऐसी कोई वारदात वहां रिपोर्ट नहीं हुई है. ऐसे में सैयद शुजा की ये थ्योरी फेल होती दिख रही है.
चौथी तहकीकात- क्या काकी रेडी गेस्ट हाउस किशन रेड्डी के भाई का है ? किशन रेड्डी ने खुद इस संबंध में बयान दिया है. उन्होंने कहा कि लंदन में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के सामने कथित ईवीएम हैकर सैयद शुजा नाम के आदमी ने मेरे खिलाफ आरोप लगाए कि मेरे दोस्तों ने और मैंने ईवीएम हैकिंग से जुड़े 11 लोगों को हैदराबाद में मार डाला. मैं पूछता हूं तब आपकी सरकार थी, उस समय आपके अधिकारी काम कर रहे थे. मैं ईवीएम छेड़छाड़ के मामले में 11 लोगों को कैसे मार सकता हूं?
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पांचवी तहकीकात- सैयद शुजा का दावा वो अमेरिका के शिकागो में रहता है सैयद शुजा का कहना है कि वो भारत से जान बचाकर भागा और उसे अमेरिका में Political Asylum मिला. उसके पेपर्स बताते हैं है कि वो विलमिंगटन में रहता है. इस पते पर हमें तीन कमरे का एक घर का पता चला है. जो 1,550 स्क्वेयर फिट में फैला हुआ है.हालांकि इस पते पर सैयद शुजा रहता है या नहीं अभी इसकी तहकीकात जारी है.
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शुजा के खिलाफ शिकायत पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) को एक पत्र में निर्वाचन आयोग ने कहा है कि 21 जनवरी को लंदन में सैयद शुजा नामक व्यक्ति ने दावा किया कि वह ईवीएम डिजाइन टीम का सदस्य था और वह भारत में चुनाव में इस्तेमाल हुई ईवीएम को हैक कर सकता है. शुजा का यह काम भारतीय दंड संहिता, खासकर इसकी धारा 505 (1) (बी) का उल्लंघन है. पत्र में कहा गया है, "इसके मद्देनजर आप से गुजारिश है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर इसकी जांच कराएं."
कौन है सैयद शुजा? सैयद शुजा एक साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर है, शुजा हैदराबाद का रहने वाला है और अभी अमेरिका में नौकरी करता है. कथित साइबर हैकर सैयद शुजा ने 2014 चुनाव में हैकिंग करने का दावा किया है. शुजा ने 2009 से 2014 तक ECIL में काम करने का दावा किया, हालांकि ECIL ने इससे इनकार किया है.