Waqf Bill: सपा कांग्रेस के संयुक्त कोटे से राज्यसभा के सदस्य रह चुके मोहम्मद अदीब ने विवादित बयान देते हुए कहा कि मुसलमान का यह एहसान है कि उन्होंने मना किया, जिसके चलते पाकिस्तान का बॉर्डर लाहौर तक रह गया वरना यह बॉर्डर लखनऊ तक होता. पूर्व सांसद ने ये बयान दिल्ली में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ आयोजित मुस्लिम कॉन्फ्रेंस में दिया. इस दौरान उन्होंने वक्फ संशोधन बिल्कुल मुसलमानों पर सबसे बड़ा हमला बताया.


कॉन्फ्रेंस में जब मोहम्मद अदिब यह सारी बातें कह रहे थे तब मंच पर ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी और फज़्लो रहीम भी मौजूद थे. इसके अलावा कांग्रेस के नेता अमरैन महबूब रहमानी, समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी और कर्नाटक से राज्यसभा के सांसद सैयद नासिर हुसैन भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी अदीब के इस बयान पर बयान पर आपत्ति नहीं जताई. 


नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को चेतावनी 


इस दौरान मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना उमरैन महफूज रहमानी ने मंच से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को चेतावनी दी है. रहमानी ने कहा, "एक तरफ जहां आप हुकूमत को पैगाम दिन वहीं दूसरी तरफ सरकार के सहयोगी दलों को भी बताएं कि वक्फ अमेंडमेंट बिल के खिलाफ आपका किरदार क्या होना चाहिए. नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को बताएं कि अगर आप हमारे वोटों की ताकत से सत्ता की कुर्सी तक पहुंचे हैं और अगर आपने मुश्किल वक्त में हमारा साथ नहीं दिया तो हम वह हैं, जो हम जाएंगे तो आपको भी साथ लेकर जाएंगे हमें हल्का-फुल्का मत समझिएगा." 


जेपीसी अध्यक्ष का राज्य दौरा स्थगित


8 अगस्त को केंद्र सरकार ने लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल 2024 पेश किया था, लेकिन विपक्षी सांसदों के विरोध के बाद इस बिल्कुल संयुक्त संसदीय समिति के पास भेज दिया गया था. वक्फ संशोधन बिल पर बनी जेपीसी पूरे देश में घूम-घूम कर इस विधेयक पर सभी स्टेकहोल्डर से बात कर रही है. इसी के चलते जेपीसी को कोलकाता, पटना और लखनऊ का दौरा करना था, लेकिन अभी यह दौरा स्थगित कर दिया गया है. 


जेपीसी के विपक्षी सदस्यों ने दौरे का किया बहिष्कार 


जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने बताया कि मेरे कई साथियों ने बताया कि महाराष्ट्र झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके अलावा कई राज्यों में उपचुनाव भी होने इसलिए वह बैठक में शामिल नहीं हो पाए. उनके अनुरोध पर मैं डर को स्थगित करने का निर्णय लिया है. समिति ने अब तक तेलंगाना, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में अपना दौरा पूरा कर लिया है. जेपीसी के विपक्षी सदस्यों ने इस दौरे का बहिष्कार किया है.


क्या था विवादित बयान


पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब बयान दिया था, “हमने ऐसे ऐसे लोगों को देखा है, जो हमारे साथ है और फिर अपनी जिंदगी बनाने के लिए हमको किस्मत के हवाले का गए, जो लोग पाकिस्तान चले गए उसका इल्जाम हमें दिया गया. हम मानते हैं कि जो पाकिस्तान गए उन्होंने अपनी जिंदगियां बना लीं, लेकिन हमने तो अपना खून बहाया था. हमने तो जिन्ना को मना किया था और उनको ठुकराया था." 


बताया अब तक का सबसे बड़ा हमला


मोहम्मद अदीब ने कहा, “अगर उस वक्त हम सब मुसलमान जिन्ना के साथ जाते, यह एहसान तो हमारा हुकूमत को मानना चाहिए, तो फिर पाकिस्तान लाहौर तक नहीं लखनऊ तक बनता. हमने पाकिस्तान को नकारा, लेकिन हम पर जुल्म किए गए. अब तक हम पर इतनी हमले किए गए, लेकिन सबसे बड़ा हमला आपकी औकात का है.”


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