16 अप्रैल को पूरे देश में हनुमान जयंती मनाई गई. हालांकि इस जयंती पर देश के अलग-अलग प्रदेशों में हिंसा की कई घटनाएं भी देखने को मिलीं हैं. लेकिन कहते हैं ना कमरे के अंधेरे को मिटाने के लिए एक दिए की रौशनी भी काफी है. दरअसल देश के अलग अलग हिस्सों से आ रही हिंसा के बीच भोपाल से एक खूबसूरत तस्वीर सामने आई है, जो कि देश की एकता, अखंडता और भाईचारे की मजबूती को दिखाती है.
तस्वीर में देखा जा सकता है कि हनुमान जयंती पर शहर के बीच निकाले गए जुलूस में मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हुए हैं और इस पर्व को मना रहे हैं. इन तस्वीरों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत में मनाये जाने वाले किसी भी पर्व, चाहे वह इद हो या दिवाली विविधता में एकता का एक अनूठा संगम देखने को मिल ही जाता है.
क्या है मामला
दरअसल भोपाल के अंजुम इस्लामिया स्कूल कमेटी के मुस्लिम सदस्यों ने 'शोभा यात्रा' में शामिल लोगों का स्वागत किया और जुलूस कर लोगों को फूलों का माला भी पहनाई. शनिवार को इंदौर और आसपास के जिलों में हनुमान जयंति को काफी धूमधाम से मनाया गया था. इस जुलूस की खास बात यह रही कि जबकि व्यापक सुरक्षा व्यवस्था और विशेष रूप से 'संवेदनशील' क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहें. हालांकि विहिप के संगठनों ने इस धार्मिक जुलूसों के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में मदद की.
दिल्ली में बवाल
दिल्ली में भी कई जगहों पर हनुमान जयंति के दौरान जुलूस और शोभायात्रा निकाली गई. इस बीच उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए जिससे भारी हंगामा हुआ और फिर पत्थरबाजी और हथियार भी चले. राजधानी में हुई यह घटना शाम 5 से 5.30 बजे के बीच में घटी. तब हनुमान जयंती की शोभायात्रा जहांगीरपुरी के कुशल सिनेमा के पास से गुजर रही थी. उसी समय शोभायात्रा पर पथराव शुरू हो गया. सड़कों पर काफी दूर से पत्थर फेंके जा रहे थे. मिली जानकारी के अनुसार इस हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया. कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए. वहीं कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. जब गाड़िया जलाई गई. लोग सड़कों पर इधर-उधर भागते दिखे.