Mohammad Nadeem's Teacher Qari Jameel Ahmed Interview: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सहारनपुर (Saharanpur) से शुक्रवार को यूपी पुलिस (UP Police) के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) द्वारा दबोचे गए संदिग्ध आतंकी मोहम्मद नदीम (Suspected Terrorist Mohammad Nadeem) ने लखनऊ (Lucknow) के इस्लामिया मोहम्मदिया मदरसा (Islamia Mohammedia Madrasa) से तीन साल तक पढ़ाई की थी. एबीपी न्यूज (ABP News) ने संदिग्ध आतंकी मोहम्मद नदीम के शिक्षक कारी जमील अहमद (Qari Jameel Ahmed) से बातचीत की है. आइये जानते हैं कि उन्होंने कहा.
संदिग्ध आतंकी मोहम्मद नदीम के शिक्षक कारी जमील अहमद ने कहा, ''लगभग 11-12 साल की उम्र में वह यहां से फारिग होकर चला गया था, तकरीबन तीन साल उसने पढ़ाई की. कुरान शरीफ पड़ी थी. मजहबी तालीम यहां से हासिल की है और यहां पर उसका कोई रिकॉर्ड गलत नहीं रहा, न ही किसी गलत पार्टी से उसका ताल्लुक रहा है और हमारे सामने उसकी कोई शिकायत भी नहीं आई थी. उसकी छवि बहुत साफ-सुथरी रही है. वह बच्चा यहां से पढ़ाई करके चला गया था. ऐसा कुछ भी हमें महसूस नहीं हुआ है कि वह गलत रास्ता या गलत पार्टी से ताल्लुक रखेगा, इस तरह की कोई बात हमारे सामने नहीं आई है. उसने यहां पर सिर्फ कुरान शरीफ पढ़ा है, नमाज कलमा सीखा है, हिंदी और इंग्लिश उसने यहां पर नहीं सीखी, कहीं दूसरी जगह सीख ली हो किसी स्कूल में या ट्यूशन लगाकर किसी टीचर से, उसके बारे में मैं नहीं कह सकता, न ही मैं जानकारी रखता हूं.''
कारी जमील अहमद ने आगे यह कहा
कारी जमील अहमद ने आगे कहा, ''यह तमाम बातें जो हैं, मेरे जहन से खाली हैं, यह नहीं कि मेरे रहने से बाहर है ये बातें क्योंकि न ही मैंने सुना है, न ही मेरे सामने कोई शिकायत या बात आई है, न ही किसी इंसान के जरिये मैंने यह बात सुनी है, जो आरोप उसके ऊपर लगाए गए हैं. इस किस्म की कोई शिकायत मुझे किसी इंसान ने नहीं की है और न ही मुझे इत्तिला दी है. मैं खुद ही बगैर मोबाइल के रहता हूं. मेरे पास एक सादा मोबाइल भी नहीं है. आज के इस दौर में कौन साधु, कौन मुल्ला और कौन आम इंसान मोबाइल नहीं रखता होगा. करीब-करीब सभी के पास मोबाइल मिलते हैं. मैं इन बातों के बारे में कुछ नहीं कह सकता. आखिरी बार मेरी मुलाकात काफी साल पहले हुई थी जब मदरसे से मैं निकला, घर की तरफ गया, बाजार में दुआ सलाम हो गई, बस इतना, इसके अलावा कुछ नहीं.''
यूपी पुलिस ने संदिग्ध आतंकी को लेकर किए चौंकाने वाले खुलासे
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस एडीजी कानून-व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने शनिवार को संदिग्ध आतंकी मोहम्मद नदीम को लेकर कई खुलासे किए. पुलिस अधिकारी ने बताया, ''नदीम की फेक जी मेल, वर्चुअल आईडी, टेलीग्राम आईडी बनाकर पाकिस्तान भेजी गई. इसके अतिरिक्त लोन वुल्फ अटैक करने के लिए नदीम को ट्रेनिंग भी दी गई. इसके लिए नदीम द्वारा कुछ टारगेट भी चिह्नित किए गए थे.''
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया, ''एटीएस ने मोहम्मद नदीम को गिरफ्तार किया है, यह जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकी संगठन का सदस्य है. इसका उद्देश्य विभिन्न जगहों पर आतंकवादी घटना को अंजाम देने का था. ये विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ा था जिससे वह आतंकवादी घटना को अंजाम दे सके.''
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