नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजर है. एबीपी न्यूज की खास तौर पर नजर है और इसलिए एबीपी न्यूज गृहमंत्री अमित शाह के साथ उनके चुनावी दौरे पर भी गया. दौरे के बाद गृह मंत्री ने एबीपी न्यूज से बातचीत की. शाह ने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव भी बीजेपी ने पूरी ताकत से लड़ा था और उसका नतीजा था कि हमने 18 लोकसभा सीटों पर विजय हासिल की थी.


उन्होंने आगे कहा, तीन लोकसभा सीटें 5000 से कम वोटों के अंतर से हार गए थे लेकिन उसके बाद जनता में यह भरोसा जाग गया था कि बदलाव किया जा सकता है और इसलिए इस बार जनता की तरफ से यह चुनाव लड़ा जा रहा है. बीजेपी उसी ताकत से चुनाव लड़ रही है जिस ताकत से 2019 में चुनाव लड़ा था.


"ममता बनर्जी छोटी सोच पर मुझे कुछ नहीं कहना"
अमित शाह ने एबीपी न्यूज के विकास भदौरिया से बातचीत करते हुए कहा, 'ममता बनर्जी बंगाल की जनता को गुमराह कर रही हैं क्योंकि उनके पास मुद्दे नहीं है. ममता जी बताएं कि 294 जो बीजेपी के उम्मीदवार लौट रहे हैं वह उन में से कौन सा बाहर का है. सरकार में मुझे नहीं आना है, सरकार में राजनाथ सिंह जी को नहीं आना है, सरकार में नितिन गडकरी या योगी आदित्यनाथ को नहीं आना है, सरकार तो यह 294 उम्मीदवारों में से बनेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत अच्छे तरीके से रविंद्र नाथ ठाकुर का जन गण मन समझाया था और मैं पूछना चाहता हूं कि ममता बनर्जी का विचार क्या है. ममता बनर्जी छोटी सोच पर मुझे कुछ नहीं कहना.'


शाह ने आगे कहा, 'योगी आदित्यनाथ के प्रचार और उन पर की गई टिप्पणियों पर मैं कोई कमेंट नहीं करना चाहता. ममता बनर्जी अपने अपने संस्कार के हिसाब से ही बयान दे रही हैं.'


"पूरे देश में एक साथ लागू होगा CAA"
अमित शाह ने कहा कि जहां तक सीए का सवाल है इससे कैसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण होता है मुझे यह बात बताई जाए. ममता बनर्जी बार-बार यह बात इसलिए कहती हैं क्योंकि उनको लगता है कि घुसपैठिए बीजेपी को कहिए. मुझे एक बात बताओ कि घुसपैठियों को रोकना क्यों नहीं चाहिए और जहां तक सीए का सवाल है वह पूरे देश में एक साथ लागू होगा. उसके बाद एनआरसी आएगा. एनआरसी का विरोध करें तो समझ में आता है लेकिन सीए का क्यों विरोध कर रहे हैं. देश में शरणार्थी आए हैं क्या. उन्हें नागरिक बनने का अधिकार नहीं है.


टीएमसी नेता शेख असलम के 30 फीसदी मुसलमानों के इकट्ठा होकर चार पाकिस्तान बना देने के बयान पर अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी को इस पर तुरंत अपना रुख साफ करना चाहिए और यह भी पब्लिक में घोषणा करना चाहिए कि उन्होंने उस नेता पर क्या कार्रवाई की जिसने चार पाकिस्तान बनाने का बयान दिया है.



देशमुख पर लगे वसूली के आरोपों पर अमित शाह
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे वसूली के आरोपों पर अमित शाह ने कहा, 'महाराष्ट्र के बारे में मैंने कई रिपोर्ट देखी है और पढ़ी है. मुझे लगता है कि इस बारे में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शरद पवार को तुरंत कोई निर्णय लेना चाहिए इस तरह के गंभीर आरोपों पर तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए. यह मामला एंटेलिया से शुरू हुआ लेकिन असल में इसके पीछे वजह क्या थी मुझे लगता है कि इस तरह के इंटरव्यूज में यह बातें नहीं करनी चाहिए. गंभीर मामला है और इस मामले में जांच एजेंसियां कार्रवाई करके कोर्ट को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपे.'


देशभर में अजान के समय लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर उठ रहे आवाजों के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि ठीक है आप इस खबर को ज्यादा से ज्यादा दिखाइए लोग अपने आप फैसला करेंगे. वहीं पश्चिम बंगाल की बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के ममता बनर्जी को बरमूडा पहनने का सुझाव देने के सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैंने उनका बयान देखा नहीं है बयान देखने के बाद मैं उनसे इस बयान की सत्यता और उसके बारे में बात करूंगा.


ये भी पढ़ें-
बांग्लादेश पहुंचे पीएम मोदी का ढाका में शानदार स्वागत, कल बंगाल चुनाव के दिन जाएंगे मतुआ मंदिर


सुशांत सिंह की बहन को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं, रिया चक्रवर्ती ने गलत दवाई देने का आरोप लगाया था