Exclusive: बांग्लादेश बॉर्डर से गिरफ्तार हुए चीनी जासूस ने गुरुग्राम में खोल रखा था 82 कमरों का होटल, बिज़नेस की आड़ में आता था भारत
बीएसएफ के मुताबिक, हान जुनवे ने वर्ष 2019 में गुरूग्राम में अपने एक बिजनेस पार्टनर, सुन जियांग के साथ स्टार-स्प्रिंग होटल खोला था. लेकिन ये दोनों इस होटल की आड़ में जासूसी और भोले-भाले भारतीयों की जेब में सेंध लगाने का काम करते थे.
नई दिल्ली: बांग्लादेश बॉर्डर से गैर-कानूनी तरीके से भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे जिस चीनी जासूस को बीएसएफ ने गिरफ्तार किया है, वो बिजनेस करने की आड़ में भारत आता था. इसके लिए उसने दिल्ली के करीब गुरूग्राम में एक होटल खोल रखा था. गुरूग्राम के डीएलएफ इलाके में चीनी जासूस हान जुनवे ने 'स्टार-स्प्रिंग' के नाम से होटल खोल रखा था. एबीपी न्यूज आज आपको चीनी जासूस के होटल और उसके आड़ में गोरखधंधे की एक-एक जानकारी देगा.
एबीपी न्यूज की टीम जब इस स्टार स्प्रिंग होटल पहुंची तो वहां एक-दो स्टाफ के अलावा कोई नहीं था. होटल के बाहर एक लोगो-नुमा साइन बोर्ड तो जरूर था, लेकिन उसपर नाम नहीं लिखा था. रिहायशी इलाके में बनने इस होटल में करीब 82 कमरे हैं और सभी एसी सहित लग्जरी सुविधाओं से युक्त दिखाई पड़ रहे थे. होटल की वेबसाइट में साफ तौर से लिखा है कि दिल्ली-गुरूग्राम आने वाले चीन, जापान और कोरियाई नागरिकों के लिए ये होटल खासतौर से तैयार किया गया है. रेस्टोरेंट के अलावा स्पा सेंटर भी होटल में मौजूद है.
होटल लगभग बंद था. वहां मौजूद एक-दो स्टाफ ने बताया कि कुछ महीने पहले तक चीनी नागरिक इस होटल के मालिक थे. लेकिन अब ये संपत्ति करन नाम के एक भारतीय की है और वे इस प्रोपट्री में पीजी यानि पेइंग-गेस्ट खोलने जा रहे हैं. इस दौरान वहां एक दो युवा पीजी तलाशते हुए भी दिखाई पड़े. पुलिस और इंटेलीजेंस एजेंसियां अब करन से भी कड़ी पूछताछ कर रही हैं.
बीएसएफ के मुताबिक, हान जुनवे ने वर्ष 2019 में गुरूग्राम में अपने एक बिजनेस पार्टनर, सुन जियांग के साथ स्टार-स्प्रिंग होटल खोला था. लेकिन ये दोनों इस होटल की आड़ में जासूसी और भोले-भाले भारतीयों की जेब में सेंध लगाने का काम करते थे. बीएसएफ के मुताबिक, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ये दोनों भारतीय सिम कार्ड खरीदते थे. उसके बाद अंडरग्रामेंट्स में इन सिम-कार्ड्स को छिपाकर चीन ले जाते थे. चीन में इन सिम-कार्ड्स का इस्तेमाल एकाउंट्स को हैक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था. बीएसएफ और खुफिया एजेंसियों की पूछताछ में ये बात निकलकर सामने आई है कि ये दोनों चीनी नागरिक अबतक 1300 सिम कार्ड तस्करी के जरिए चीन ले जा चुके हैं.
हालांकि, बीएसएफ ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि किस तरह के भारतीय एकाउंट्स को हैक करने का काम हान जुनवे और सुन जियांग करते थे. और आखिरकार इस हैकिंग के पीछे कौन है और मकसद क्या है.
लेकिन बीएसएफ से हुई पूछताछ में हान जुनवे ने इस बात को कबूल किया है कि इन सिम-कार्ड का इस्तेमाल फाईनेंसियल फ्रॉड के लिए भी किया जाता था. वे भोले-भाले भारतीयों की मनी-ट्रांजेक्शन मशीन से पैसा उड़ा लेते थे. बीएसएफ के मुताबिक, कुछ समय पहले सुन जियांग को यूपी पुलिस की एंटी-टेरेरिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने फर्जी तरीके से सिम-कार्ड खरीदने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इस मामले में हान जुनवे और उसकी पत्नी भी सह-आरोपी हैं. हान के खिलाफ तो ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी थी.
लेकिन उसस पहले गैर-कानूनी तरीके से बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए भारत में दाखिल होते हुए बीएसएफ ने हान को मालदा जिले के सुल्तानपुर बीओपी (बॉर्डर ऑउट पोस्ट) यानि चौकी के करीब से धर-दबोचा था.
पूछताछ में हान नए बताया कि वो पहली बार वर्ष 2010 में हैदराबाद आया था. वर्ष 2019 के बाद तीन बार दिल्ली-गुरूग्राम आ चुका है. चारों बार वो बिजनेस के सिलसिले में भारतीय वीजा लेकर ही आया था. उसका मौजूदा मौजूदा पासपोर्ट चीन के हुबई प्रांत से इसी साल यानी जनवरी 2021 से इश्यू हुआ. उसके पासपोर्ट पर बांग्लादेश का वीजा है. यही वजह है कि वो 2 जून के बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहुंचा था. वहां अपने एक मित्र के साथ रूकने के बाद हान बांग्लादेश के छपाई नवाबगंज जिले के सोना-मस्जिद इलाके में पहुंचा. यहां एक होटल में रूकने के बाद 10 जून की सुबह हान ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक नदी के किनारे से पश्चिम बंगाल के मालदा इलाके में घुसपैठ करने की कोशिश की थी लेकिन वहां पैट्रोलिंग कर रहे बीएसएफ के जवानों ने उसे पकड़ लिया था.
बीएसएफ को चीनी घुसपैठिए की तलाशी लेने पर पासपोर्ट के अलावा एक एप्पल लैपटॉप, 02 आईफोन मोबाइल, 01 बांग्लादेशी सिम, 01 भारतीय सिम, 02 चाइनीस सिम, 2 पेनड्राइव, 03 बैटरी, दो स्मॉल टॉर्च, 05 मनी ट्रांजैक्शन मशीन, 02 एटीएम कार्ड, अमेरिकी डॉलर, बांग्लादेशी टका और भारतीय मुद्रा बरामद हुई थी.
बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि चीनी नागरिक के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की गहनता से जांच चल रही है, ताकि ये पता चल सके कि वो चीन की किस खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी का काम करता था.
करीब 36 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद बीएसएफ ने चीनी जासूस हान जुनवे को पश्चिम बंगाल पुलिस के हवाले कर दिया. अब आगे की कानूनी कार्यवाही पश्चिम बंगाल पुलिस ही करेगी. इस बाबत मालदा जिले के कालियाचक इलाके की एक थाने में उसपर मुकदमा दर्ज किया गया है.
एबीपी न्यूज ने जब गुरूग्राम की उस प्रोपर्टी के मालिक करन से फोन पर बातचीत की जिसने हान जुनवे से होटल खरीदा है तो उसने बताया कि वो बिल्डिंग बनाने का काम करता है और इस बिल्डिंग को उसने चीनी नागरिक को लीज़ पर दिया था. इस बिल्डिंग में हान और उसका साथी सांग जियान होटल चलाते थे. लेकिन जब यूपी एटीएस ने सांग जियान को गिरफ्तार किया तो उसने ये बिल्डिंग लीगल कार्यवाही के जरिए खाली करा ली थी. हान जुनवे की गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस और इंटेलीजेंस एजेंसियां करन से पूछताछ कर रही हैं. जिस वक्त एबीपी न्यूज ने करन से फोन पर बात की उस वक्त भी वो पुलिस स्टेशन में मौजूद था और अपना पक्ष हमारे सामने रखना चाहता था. हमने ये बातचीत अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर ली.