नई दिल्ली: देश में वैक्सीन की शुरुआत हो चुकी है. रविवार को दूसरे दिन देश के छह राज्यों में टीकाकरण का हुआ. पहले दिन वैक्सीन लगवाने वालों में दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया भी शामिल रहे. वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में अभी भी कई तरह के सवाल हैं. इसको लेकर ही रणदीप गुलेरिया ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. उन्होंने वैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित बताया और कई अहम सवालों पर विस्तार से चर्चा की.


रणदीप गुलेरिया ने कहा, "डेटा देखकर ही वैक्सीन को इमरजेंसी यूज की इजाजत दी गई है. अगर हमें लोगों की जान बचानी है, हम संक्रमण की चेन तोड़नी है, अगर हम ये चाहते हैं कि हमारी अर्थव्यवस्था वापस आए, अगर हम चाहते हैं कि स्कूल खुलें और लोग आराम से घूमना शुरू करें तो इन सारी चीजों के लिए हमें अपने रेगुलेटर्स पर विश्वास करके वैक्सीन लगानी चाहिए. वैक्सीन लगाकर ही हमारे केस कम होंगे. लोगों में प्रोटेक्शन आएगी. हम अपनी जिंदगी वापस पटरी पर ला पाएंगे."


आपने कौन सी वैक्सीन लगवाई?


वैक्सीन लगवाने के अपने अनुभव का जिक्र करते हुए रणदीप गुलेरिया ने कहा, "मैं बिल्कुल ठीक हूं. मुझे कोई साइड इफेक्ट नहीं है. कोई बुखार नहीं है. जहां इंजेक्शन लगी वहां कोई दर्द भी नहीं है. मैं सभी लोगों को यही विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आप बिना घबराए वैक्सीन लगवाने आएं. मैंने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन लगवाई."


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वैक्सीन देश के लिए मौका है. इसे गंवाना नहीं चाहिए. देश के वैज्ञानिकों पर भरोसा रखें और अफवाहों पर ध्यान न दें. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी भारत के वैक्सीन को सही माना है. वैक्सीन के अलावा कोरोना के खात्मे का कोई दूसरा इंतजाम नहीं है.


वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स पर क्या बोले?


वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ लोगों में दिखे सिंटम्स पर रणदीप गुलेरिया ने कहा, "ज्यादातर लोगों में साइड इफेक्टस माइनर ही होते हैं. कुछ लोगों को एक दो-दिन के लिए बुखार हो सकता है. जहां टीका लगा है वहां पर थोड़ी सी दर्द हो सकती है. वो एक-दो दिन में ठीक हो सकता है. एम्स के जिस वर्कर को साइड इफेक्ट हुआ था वो अब ठीक है. कुछ लोगों को बुखार की दवा से भी एलर्जी होती है. हर आदमी का इम्यून सिस्टम अलग होता है इसलिए कुछ एलर्जी हो सकती है."


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