नई दिल्ली: अपनी बेबाकी के लिए मशहूर बिहारी बाबू यानी शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर आक्रामक तेवर दिखाए हैं. एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि किसी भी पार्टी के लिए ये जानना अरूरी है कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी और पार्टी से बड़ा देश होता है. उन्होंने कहा कि मोदी के सामने कोई खड़ा हो सकता है या नहीं ये कहना अभी मुश्किल है. कोई भी नेता पीएम बन सकता है अगर उसे पास संख्या बल हो.


मैं सफेद को सफेद और काले को काला कहने के लिए बदनाम हूं
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ''किसी भी पार्टी के लिए ये जानना अरूरी है कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी और पार्टी से बड़ा देश होता है. मैं हमेशा सरकार की बुराई नहीं करता हूं. मैं हमेशा श्वेत को श्वेत और काले को काला कहने के लिए बदनाम हूं. अगर नोटबंदी से लोग बेरोजगार हुए तो कहा, अगर GST से कोई फायदा नहीं है तो क्यों लागू की गई है? किस देश को फॉलो कर रहे हैं? आधार अगर निराधार है तो कहूंगा, आज भी कोर्ट इस पर किसी नतीजे पर नही पहूच पाया है फिर भी आईटीआर फाइल करने के लिए आधार ज़रूरी क्यों है?''


दुआ करूंगा कि लालू यादव को जल्द राहत मिले
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ''जब मैं किसी की तारीफ करता हूं तो इसका मतलब ये होता है कि हमारा विरोधी हमारा दुश्मन नही है. मैं मायावती का कद्रदान हूं, अखिलेश यादव कम उम्र में काफी अच्छा कर रहे हैं. जो हमारे आदरणीय नेता गण हैं वे चाहे किसी भी दल के हो अच्छे को अच्छा कहना चाहिए. मैं तेजस्वी से मिलने गया था बड़ा समझदारी से वो हालात को हेंडल कर रहे हैं.. मैं तो दुआ करूंगा कि लालू यादव को ऊपर के कोर्ट से जल्द राहत मिले.''


मैं हर दंगे की भर्त्सना करता हूं
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ''सुशासन बाबू दंगे कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं. उस पर अभी देखना होगा कि दंगे वाकई में कंट्रोल नहीं हो पा रहे हैं या मीडिया में ज़्यादा हाइप है. लेकिन किसी भी किस्म का दंगा, जाति के आधार पर, धर्म के आधार पर नहीं होना चाहिए. इसलिए चाहते हैं कि इस तरह के माहौल को शुरू ठोक-बजाकर कर खत्म कर देना चाहिए. मैं हर दंगे की भर्त्सना करता हूं. जब किसी को भी चोट पहुंचती है तो भारत मां को चोट पहुंचती है. ममता बनर्जी से शिष्टाचार की मुलाकात है. वे बहूत बड़ी ज़मीनी नेता हैं लेकिन जब तक मैं उनसे मिला तब तक मैंने दंगे के बारे में सुना नहीं था.''


नंबर हों तो कोई भी प्रधानमंत्री बन सकता है
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ''मोदी के सामने कोई खड़ा हो सकता है नहीं ये कहना अभी मुश्किल है. कोई भी नेता पीएम बन सकता है अगर उसे पास संख्या बल हो. जनता जनार्दन के बीच से जीत कर आते हैं. जैसा कि लोग कह रहे हैं कि अगले चुनाव में 100 या 150 सीटें कम हो जाएंगी. अगर चंद लम्हों के लिए मान लें कि सीटें कम आएगी तो कौन पीएम होगा? अगर सीटें कम आएगी तो नया समीकरण बनेगा, नया नेतृत्व आएगा, नई सोच आयेगी. सब नया होगा.''


जब वक्त आएगा तो तय हो जाएगा
राहुल गांधी के बारे में उन्होंने कहा, ''राहुल गांधी के परिवार का बड़ा योगदान है. नेहरू से लेकर, इंदिरा गांधी, राजीव जी का बड़ा योगदान है. चाहे भाखड़ा नांगल हो या बैंकों का राष्ट्रीयकरण हो. कोई कभी सोच सकता था कि इंदिरा गांधी हार सकती है लेकिन ऐसा हुआ है. कई काबिल नेता आये लेकिन उतने लोकप्रिय नहीं रहे. लेकिन इस वक्त ये ज़रूरी नही कि कौन होगा लेकिन जब वक्त आएगा तो तय हो जाएगा.''


संसद में हमगामे पर क्या बोले शत्रुघ्न सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ''संसद नहीं चल रही है लेकिन देखना है कि ग्लास को कैसे देखें. कुछ लोग तो ऐसा भी कह रहे है कि कोशिश ये हो रही है कि हॉउस आर्डर में न रहे, सरकार ही चाहती है कि ये प्रस्ताव ना आये. लेकिन ऐसा भी है कि कुछ दल ही नहीं चाहते है कि हॉउस चले.''


उन्होंने कहा, ''हमने भी सुखराम के खिलाफ संसद एक महीने नहीं चलने दी. आज सुखराम के सुपुत्र अनिल शर्मा हिमाचल में मंत्री हैं. सुषमा जी और अरुण जेटली खुद कह चुके है कि संसद चलाना सरकार की ज़िम्मेदारी है तो क्या आज आपकी भाषा पिछली सरकार वाली नहीं हो गयी है? न नौ मन तेल होगा और न ही राधा नाचेगी.''


अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी ने शानदार इंटरव्यू दिया
उन्होंने कहा, "'विपक्ष सत्ता परिवर्तन के लिए एकजुट हो रहा है. अखिलेश और मायावती का साथ मिल जाना, लोग कहते थे कि ये कभी नहीं होगा लेकिन हो रहा है. इम्पॉसिबल अब पॉसिबल होता दिख रहा है. तेजस्वी सबसे पढ़ा-लिखा और विद्वान लड़का है, इन लोगों का मिलना हमारे लिए चुनौती है. कबूतर की तरह आंख बंद करने से कुछ नहीं होगा. बिल्ली आ रही है और बहूत खतरनाक तरीके से आ रही है. राहुल ने जिस तरह से अध्यक्ष बनने के बाद बहुत शानदार भाषण दिया. सभी को मना कर एकजुट कर हम हर चुनौती का सामना कर सकते हैं.''


टिकट कटने के सवाल पर क्या कहा?
टिकट कटने के सवाल पर उन्होंने कहा, ''मेरी तो इच्छा यही है कि पटना साहिब से लड़ूं लेकिन कई लोग कहते हैं कि शायद टिकट न मिले लेकिन अभी तक ये किसी किसी बड़े नेता ने नहीं कहा है. जब पार्टी की पालिसी है कि सिटिंग इज़ गेटिंग तो मुझे क्यों नही मिलेंगी. लोकेशन तो वही होगी सिचुएशन जो भी हो.''