कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एबीपी न्यूज़ के सहयोगी चैनल एबीपी आनंदा को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है. इस इंटरव्यू ने राज्यपाल धनखड़ ने ममता सरकार के साथ 'अनबन' से लेकर सभी मुद्दों पर खुलकर बात की. राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि राज्य में दहशत का माहौल है. राजनीतिक विरोधी पुलिस के हाथों पीड़ित हैं. राज्यपाल ने आरोप लगाया कि सरकार ने न्यायाधीश नियुक्त करने के लिए राष्ट्रपति के वारंट को रोक दिया ऐसा आजादी के सत्तर वर्षों में भी नहीं देखा गया है.


राजभवन और सरकार के बीच उठ रहे मतभेद और विवादों पर राज्यपाल ने कहा कि मैं यहां झगड़ा करने नहीं आया हूं. राज्यपाल के दौरों पर सवाल उठाए जाने पर उन्होंने कहा कि जनता की समस्या सुनने के लिए उनके बीच जाना जरूरी है, मैं कोई पर्यटक नहीं हूं. राज्यपाल जगदीप धनखड़ से यह खास बातचीत एबीपी आनंदा के संपादक सुमन डे ने की.


यहां पढ़ें राज्यपाल धनखड़ ने एक्सक्लुसिव इंटरव्यू में क्या कहा?
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, ''कोई भी राजभवन में बैठकर काम नहीं कर सकता. लोगों की सेवा के लिए उनके बीच जाना जरूरी होता है. आपको लोगों की समस्याएं जानने के लिए उनके बीच जाकर उन्हें सुनना पड़ता है. मुझे तब बुरा लगा जब एक मंत्री ने राज्यपाल के लिए फैसलों को नौटंकी कहा.'' राज्यपाल ने अपने सिलीगुढ़ी दौरे पर सवाल उठाए जाने को लेकर जवाब दिया. उन्होंने कहा, ''मैं दंग रह गया जब एक मंत्री ने मेरे सिलीगुढ़ी दौरे पर सवाल खड़े किए. मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि मैं कोई पर्यटक नहीं हूं, मैं अपनी लक्षमण रेखा से बाहर जाकर कुछ नहीं करता.''


राज्यपाल ने कहा कि मैं सत्ता पक्ष और विपक्ष में किसी तरह का भेदभाव नहीं करता. उन्होंने कहा, ''एक दूसरे मंत्री ने मेरी सुरक्षा पर टिप्पणी की. मुझे समझ नहीं आता कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा? राज्यपाल का पद सजावटी नहीं है. मेरे लिए सत्ता पक्ष और विरोधी पार्टी में कोई अंतर नहीं है. राजभवन का दरवाजा सभी के लिए खुला है. उन्होंने तो मेरे लिए संविधान ही बदल दिया. मैं कहना चाहता हूं कि कृपया एक सम्मानित कार्यलय के साथ इस तरह का खेल ना खेलें.''


जाधवपुर विश्वविद्यालय में हुई घटना पर राज्यपाल ने दुख जाताय, उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए. राज्यपाल ने कहा, ''शिक्षा प्रणाली नष्ट हो रही है और उच्चतर माध्यमिक शिक्षाएं लकवे का शिकार हो रही हैं. मैंने पहले कहा था मैं सभी जिलों का दौरा करूंगा, मैं कुलाधिपति के रूप में जादधपुर विश्वविद्यालय गया. क्या पुलिस कमिशनर को वहां मौजूद नहीं होना चाहिए था?''


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले राज्य प्रशासन की ओर से रेड रोड पर आयोजित दुर्गा पूजा कार्निवल में जिस तरह से अनदेखी की गई, उससे लेकर गवर्नर ने नाखुशी दिखाई. दुर्गापूजा महोत्सव को लेकर हुए विवाद पर राज्यपाल ने कहा कि उस कार्यक्रम में मुझे पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया. उन्होंने आगे बताया कि उन्हें आमंत्रित किए जाने के तरीके से बहुत दुख हुआ और बाद में उन निमंत्रणों को कई अवसरों पर वापस ले लिया गया, जो राज्य के कई मंत्रियों द्वारा आयोजित किए गए थे.


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मुलाकात के सवाल पर राज्यपाल धनखड़ ने कहा, ''मैं भाईदूज के दौरान ममता बनर्जी से मिलने का प्रयास करूंगा. मुझे लगता है कि ममता बनर्जी बेहद सक्षम मुख्यमंत्री हैं. मैं यहां झगड़ा करने नहीं आया हूं.'' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि क्या मेरे द्वारा उठाया गया कोई भी मुद्दा राजनीतिक है.