नई दिल्ली: नोटबंदी और जीएसटी के बहाने मोदी सरकार पर ताबड़तोड़ हमले पर आमादा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और अटल बिहारी वाजयेपी और चंद्रशेखर की सरकारों में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने ABP न्यूज़ से खास बातचीत में दोहराया कि नोटबंदी से कालाधन वापस नहीं आया और जीएसटी को ठीक से लागू नहीं किया गया.


अर्थव्यवस्था पर पिता-पुत्र आमने सामने, यशवंत के आरोपों पर जयंत ने दिया जवाब


यशवंत सिन्हा के कल के लेख के बाद अर्थव्यवस्था पर मंदी का विवाद बढ़ गया है. लेकिन दिलचस्प बात ये है कि यशवंत सिन्हा के लेख के जवाब में मोदी के मंत्री और खुद यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा ने भी आज एक लेख लिखा है. इस लेख में जयंत सिन्हा ने अपने तर्कों से पिता को ग़लत साबित करने की कोशिश की.


जब ABP न्यूज़ ने यशवंत सिन्हा से पूछा कि क्या इस मसले पर उनकी अपने बेटे जयंत सिन्हा से बात हुई है तो उन्होंने कहा, "मेरी उनसे बात नहीं हुई है और न ही मैं इस विषय पर उनसे बात करना चाहेंगे." यशवंत सिन्हा ने आगे कहा, "मैं अपना धर्म निभा रहा हूं, बेटा सरकार का धर्म निभा रहा है."


याद रहे कि यशवंत सिन्हा ने अपने लेख में कहा था कि नोटबंदी विफल रही है और जीएसटी से लोगों की परेशानी बढ़ी है. विकास दर बीते छह महीने से लगातार गिर रही है. जिसके जवाब में जयंत सिन्हा ने अपने लेख में लिखा कि अर्थव्यवस्था की चुनौतियों को लेकर कई लेख लिखे गए, दुर्भाग्य से संकीर्ण तथ्यों के आधार पर इन लेखों में निष्कर्ष पर पहुंचा गया है और जो अर्थव्यवस्था को लेकर बुनियादी बदलाव को नजरंदाज किया गया है. एक या दो तिमाही के विकास दर के आंकड़े बदलाव की अर्थव्यवस्था में दूरगामी परिणाम के लिए उठाए गए कदमों को बताने के लिए नाकाफी हैं.


पिता-बेटे में जारी इस वाद-विवाद के बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्लाह ने भी तंज़ कसा है. उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि वंशवाद क्या-क्या न रंग खिलाए.