चंडीगढ़: बलात्कारी बाबा राम रहीम सिंह की सबसे बड़ी राज़दार हनीप्रीत इंसा छह दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर है. हनीप्रीत से पहले दिन पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हनीप्रीत ने हिंसा के लिए डेरा भक्तों को सवा करोड़ रुपए बांटे थे. हिंसा के बाद से अबतक एक करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, जबकि 24 लाख रुपए के साथ एक आरोपी पकड़ा गया है.
हनीप्रीत के जरिए जाता था राम रहीम के परिवार को खर्चे का पैसा- सूत्र
हरियाणा पुलिस को हनीप्रीत के खिलाफ साज़िश में शामिल होने के अहम सबूत मिले हैं. पुलिस सूत्रों का दावा है कि हनीप्रीत डेरा में राम रहीम के बाद सबसे ताकतवर थी. राम रहीम के परिवार को खर्चे का पैसा हनीप्रीत के जरिए जाता था.
वहीं, एबीपी न्यूज को एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है कि पंचकूला की हिंसा के जिस मामले में हनीप्रीत आरोपी है, उस हिंसा की साजिश राम रहीम के जेल जाने से पहले ही तैयार हो गई थी.
17 अगस्त को लिखी गई थी पंचकूला हिंसा की स्क्रिप्ट!
एबीपी न्यूज को सूत्रों से जो एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है उसके मुताबिक, 25 अगस्त को पंचकूला में जो हिंसा हुई थी उसकी स्क्रिप्ट 17 अगस्त को ही सिरसा के इसी डेरा सच्चा सौदा के एक कमरे में लिख दी गई थी.
17 अगस्त को सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में एक बैठक हुई थी. बाबा राम रहीम, हनीप्रीत, राम रहीम का पीए राकेश और सिक्योरिटी इन्चार्ज प्रीतम सहित चार लोग शामिल थे. पंचकूला हिंसा केस में राम रहीम के अलावा बाकी तीनों आरोपी हैं. बैठक में दो संभावनाओं पर चर्चा हुई थी.
पहली संभावना
अगर बाबा गुरमीत राम रहीम रेप के आरोप में बरी हो गया तो क्या करना है?
दूसरी संभावना
अगर बाबा रेप के आरोप में दोषी साबित हुआ तो क्या होगा, कैसे होगा?
इसी बैठक में ये भी तय हुआ था कि बाबा को सजा हो गई तो हंगामा के सिग्नल कैसे मिलेगा और कौन देगा?
हनीप्रीत के कंधे पर थी हंगामे का सिग्नल देने की जिम्मेदारी!
एबीपी न्यूज की एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, हंगामे का सिग्नल देने की जिम्मेदारी हनीप्रीत के कंधे पर थी. अदालत से बाहर जब राम रहीम निकला तब हनीप्रीत साए की तरह उसके साथ थी. हनीप्रीत के हाथ में वही लाल बैग था, जिसके बारे में पुलिस को शक है कि पंचकूला की हिंसा का सिग्नल पास हुआ और उसी हिंसा में 35 लोगों की मौत हो गई थी.
हनीप्रीत के फोन में हो सकते हैं कई राज
हालांकि हनीप्रीत अपनी दलील में बार बार कह रही है कि मैं तो पुलिस के साथ अदालत में थी. हिंसा में हाथ कैसे हो सकता है. हनीप्रीत की थ्योरी को पुलिस मानने को तैयार नहीं है. हनीप्रीत की साजिश और उसके झूठ का पर्दाफाश करने के लिए उसका मोबाइल फोन बड़ा सुराग बन सकता है. हनीप्रीत की पुलिस रिमांड मांगते समय पुलिस ने अदालत से यही कहा कि मोबाइल फोन रिकवर करना जरूरी है, क्योंकि उसके मोबाइल फोन में कई राज हो सकते हैं.
व्हाट्सएप ग्रुप से हनीप्रीत ने भेजे हिंसा के संदेश!
पुलिस को शक है कि हनीप्रीत ने अपने मोबाइल फोन से ही व्हाट्सएप ग्रुप बनाया. हनीप्रीत ने अदालत के फैसले के बाद व्हाट्सएप मैसेज भेजे जो एक साथ डेरा समर्थकों को पहुंचे. मैसेज में हनीप्रीत ने बता दिया कि बाबा राम रहीम को दोषी करार दे दिया गया है और अब प्लान को अंजाम देना है यानी हंगामा करना है.
हनीप्रीत का नारको टेस्ट कराने पर विचार कर रही है पुलिस
पुलिस अब संभावना पर विचार कर रही है कि हनीप्रीत को सच बुलवाने के लिए नारको टेस्ट कराया जाए. हालांकि इसके लिए हनीप्रीत की मंजूरी जरूरी होगी. हनीप्रीत और राम रहीम पर कई आरोप लगाने वाले डेरा के पूर्व साधु गुरदास तूर पहले से मांग रहे हैं कि हनीप्रीत का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाए.
पुलिस उसे आज सुबह से गाड़ी में बिठाकर जगह जगह घूमी है. तीन दिन थाने में बिठाकर पूछताछ की, लेकिन हनीप्रीत टूटी नहीं है. हर सवाल के जवाब में कह रही है कि मैं निर्दोष हूं.
हनीप्रीत से पूछताछ में बड़ा खुलासा, हिंसा के लिए डेरा भक्तों में बांटे गए 1.25 करोड़
एबीपी न्यूज़
Updated at:
05 Oct 2017 05:53 PM (IST)
पुलिस उसे आज सुबह से गाड़ी में बिठाकर जगह जगह घूमी है. तीन दिन थाने में बिठाकर पूछताछ की, लेकिन हनीप्रीत टूटी नहीं है. हर सवाल के जवाब में कह रही है कि मैं निर्दोष हूं.
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