(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Exclusive: छत्तीसगढ़ में सीएम बदले जाने के कयास, टीएस सिंह देव बोले- मुख्यमंत्री पद पर फैसला नेतृत्व का
एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत के दौरान जब छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव से मुख्यमंत्री बनाए की इच्छा पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले नेतृत्व के होते हैं.
TS Singh Deo Exclusive: पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के बाद अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेतृत्व के सिर का दर्द बन सकता है. पिछले कुछ महिनों से राज्य में ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले के तहत मुख्यमंत्री बदले जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. असल में इस बात की चर्चा राज्य में कांग्रेस सरकार बनने के पहले दिन से ही है कि नेतृत्व की तरफ से भूपेश बघेल और टी एस सिंह देव के बीच ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनने का फॉर्मूला तय किया गया था, लिहाज़ा अब सभी कि निगाहें इस बात पर है कि राहुल गांधी भूपेश बघेल को हटाकर राज्य की बागडोर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता टी एस सिंह देव को सौंपते हैं या नहीं.
इस बीच टी एस सिंह देव तीन दिनों के दौरे पर दिल्ली पहुंचे थे और उनके दिल्ली पहुंचते ही इस बात की अटकलें लगाई जाने लगी कि नाराज़ टी एस देव नेतृत्व से मिल कर खुद को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने पहुंचे हैं.
दिल्ली पहुंचे टी एस सिंह देव ने एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत की. टी एस सिंह देव ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि वो दिल्ली केवल खुद अपने और परिवार के कुछ अन्य सदस्यों के मेडिकल चेकअप के लिए आए थे और न तो उन्होंने नेतृत्व से मिलने का कोई समय मांगा था और न ही कोई अन्य राजनीतिक मुलाकात की.
एबीपी न्यूज़ ने इस बातचीत में जब हमने उनसे ढाई-ढाई साल पे मुख्यमंत्री बदलने के कयासों और खुद को मुख्यमंत्री बनाए जाने की उनकी इच्छा पर पूछा तो उन्होंने कहा कि ‘ऐसे फैसले नेतृत्व के होते हैं, ये फैसला नेतृत्व पर है.’ जब टी एस सिंह देव से पूछा गया कि क्या किसी स्थिति में वो भी ज्योतिरादित्य सिंधिया या जितिन प्रसाद की तरह बीजेपी का हाथ थाम सकते हैं तो उन्होंने कहा, “मैं अगले सौ जन्मों में भी बीजेपी शामिल नहीं होऊंगा."
हालाकि सूत्रों कि मानें तो अगर अगले दो एक महिनों में कांग्रेस नेतृत्व छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर भूपेश बघेल बनाम टी एस सिंह देव के इस विवाद को नहीं सुलझाता तो बवाल काफी बढ़ भी सकता है. इस बीच ये भी बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले हीं कह चुके हैं कि अगर नेतृत्व ने उन्हें हटने को कहा तो वो तुरंत इस्तीफा दे देंगे. लिहाज़ा अगर ऐसा हुआ तो छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की मुश्किलें कम भी हो सकती हैं.