Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी की घटना से यूपी में सियासी बवाल मचा हुआ है. लेकिन इस बीच सबसे बड़ा सवाल है कि इस मामले में आखिर जांच कहां तक पुहंची है? यूपी के एडीजी (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने इसी सवाल पर एबीपी न्यूज़ से विस्तार से बातचीत की. उन्होंने कहा कि इस घटना के सामने आने के बाद कानून व्यवस्था बनाए रखने की चुनौती थी जिसमें यूपी पुलिस खरी उतरी है. हम लोगों ने इसको लेकर एक विशेष टीम का गठन किया है, जिसका नेतृत्व लखीमपुर खीरी के एडिशन एसपी कर रहे हैं. ये टीम सात लोगों की है, जिसमें कुछ तकनीकी लोग भी शामिल हैं. 


प्रशांत कुमार ने बताया कि ये विशेष टीम सभी सबूतों को इकट्ठा कर रही है. जो भी ऑडियो और वीडियो पब्लिक डोमेन में हैं, उनकी जांच की जा रही है. हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी भी जारी की गई है, जिस पर इससे जुड़ी सूचना दी जा सकती है. सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी. हम उन लोगों की भी पहचान कर रहे हैं जो जानबूझकर माहौल को खराब करना चाहते हैं.


मंत्री के बेटे के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई?


एफआईआर में मंत्री के बेटे का जिक्र है, इस पर क्या कार्रवाई हुई है? इस पर प्रशांत कुमार ने कहा कि पहले दिन से ये साफ किया जा चुका है कि कोई भी व्यक्ति जो इस मामले में दोषी होगा वो बच नहीं पाएगा. हम लोग उसी ओर बढ़ रहे हैं. अभी तक की कार्रवाई से पीड़ित परिवार संतुष्ट हैं. यहां तक तक कि पोस्टमॉर्टम को लेकर एक परिवार को आशंका थी तो हमने विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम हेलीकॉप्टर से भेजी, जिन्होंने दोबारा पोस्टमॉर्टम किया. जो पीड़ित पक्ष है उसका इंट्रेस्ट हमारे लिए सर्वोपरि है.


क्या आठ दिनों के भीतर उचित कार्रवाई होगी?


घटना में एक पत्रकार की भी मौत हुई है. एबीपी न्यूज़ ने उनके परिजनों से बात की तो उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आठ दिनों का समय दिया है. क्या आठ दिनों के भीतर उचित कार्रवाई होगी, इस सवाल के जवाब में प्रशांत कुमार ने कहा कि हम बहुत जल्द ही इसमें कार्रवाई करेंगे. हमारी जांच तेज गति से चल रही है.


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