बरखा ने कहा, 'मैं कोई पद लेने नहीं आई हूं, मैं इलेक्शन लड़ने नहीं आई हूं, सम्मान के साथ जो भी काम दिया जाएगा मैं काम करूंगी. मोदी जी की नीतियां बहुत अच्छी हैं. एक तरफ उधर परिवारवाद है, उन्होंने अपना असली चेहरा दिखा दिया. मुझे दुख है कि मैं वैसी पार्टी का सदस्य रही हूं.'
आपको बता दें कि बरखा सिंह ने गुरुवार को पार्टी की महिला शाखा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. इसके लिए उन्होंने पार्टी के कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन को जिम्मेदार ठहराया. बरखा सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, "राहुल गांधी और अजय माकन के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने महिला सशक्तीकरण तथा महिला सुरक्षा मुद्दों का इस्तेमाल केवल वोट लेने के लिए किया. मुद्दे से उनका कोई लेना-देना नहीं है."
बरखा ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा था, "वह पार्टी का नेतृत्व करने के लिए अयोग्य हैं." उनके इस बयान के बाद उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधयों के कारण पार्टी से निकाल दिया गया था.
बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 26 अप्रैल को आएंगे. दिल्ली एमसीडी पर पिछले दस सालों से बीजेपी का कब्जा रहा है. इस बार आम आदमी पार्टी के आने से चुनाव त्रिकोणिय हो गया है.
यहां जानें- बीजेपी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने क्या कहा है-