कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर एक्सपर्ट्स ने दी अपनी राय, कहा- नियमों में दी जा रही ढील की वजह से बढ़ रहे केस
देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं, कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मामलों की संख्या बढ़ रही है. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए स्ट्रेन की वजह से मामलों में तेजी नहीं आई है. उनके अनुसार, नियमों में दी जा रही ढील की वजह से मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.
देशभर में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. वहीं, बीते कुछ दिनों से कोरोना वायरस के मामलों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. महाराष्ट्र, केरल, पंजाब सहित कई अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से ऊपर चढ़ता हुआ दिख रहा है. हालांकि, एक्सपर्ट्स ने बताया है कि कोरोना वायरस के मामलों में आ रही तेजी की वजह वायरस का नया स्ट्रेन नहीं है.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र में मामलों में आ रही तेजी की वजह कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन नहीं है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कोरोना गाइडलाइन्स का सही तरीके से पालन ना करने से मामलों में तेजी आई है. एक हेल्थ एक्सपर्ट और रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ वी रवि ने कहा कि इन दिनों कोरोना टेस्ट कम किया जा रहा है. वहीं, लोग मास्क लगाते भी नहीं दिखते हैं. ऐसे में कोरोना वायरस के मामलों में इजाफा होने लाजमी है. उन्होंने कहा कि नियमों में ढिलाई देने की वजह से मामले लगातार बढ़ रहे हैं और केंद्र और राज्य सरकार को इस ओर ध्यान देने की सख्त जरूरत है.
कोविड-19 के मामलों में हो रहा इजाफा
पिछले हफ्ते से देश में कोविड-19 के मामलों में उछाल देखा जा रहा है. दो प्रमुख वैज्ञानिकों ने हाल ही में नया कोविड-19 स्ट्रेन के अमरावती, यवतमाल, अकोला और विदर्भ क्षेत्र में पता चलने की बात कही थी. महाराष्ट्र कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर शशांक जोशी और डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च डॉक्टर टीपी लहाने मशहूर पेशेवर हैं. लहाने के मुताबिक, नया कोविड-19 स्ट्रेन के मामले इन तीन जिलों के सैंपल परीक्षण के बाद पता चले लेकिन अभी ज्यादा और जांच करने की जरूरत है.
जगह-जगह चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
केंद्र और राज्य सरकारें लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान भी चला रही हैं. इसके तहत लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील भी की जा रही हैं. महाराष्ट्र सही कही अन्य राज्यों में लॉकडाउन लगाने की स्थिति पैदा हो गई है, ऐसे में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं.
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