Indian Students In UK For Study: ब्रिटेन से प्रायोजित अध्ययन वीजा (Sponsored Study Visas) लेने के मामले में भारत (India) ने चीन (China) को भी पीछे छोड़ दिया है. इस वक्त भारत यूके से स्पॉन्सर्ड स्टडी वीजा पाने के मामले में टॉप पर हैं. जून 2022 तक यूनाइटेड किंगडम- यूके (United Kingdom- UK) ने 1,17,965 प्रायोजित अध्ययन वीजा जारी किए हैं. अगर आंकड़ों पर गौर किया जाए तो यूके से भारतीय छात्रों को वीजा जारी होने में साल 2019 की तुलना में जून 2022 तक 215 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
यूके से साल 2019 में 37,386 स्पॉन्सर्ड स्टडी वीजा जारी किए गए थे.भारतीय छात्रों को यूके से वीजा जारी होने में इस बढ़ोतरी का खुलासा ब्रिटिश उच्चायोग (British High Commission) ने किया है.आखिर कोविड महामारी पर लगे प्रतिबंधों के हटते ही क्यों भारतीय छात्रों यूके में पढ़ने जाने को उत्सुक हैं और क्यों यूके इन छात्रों के लिए इतनी अधिक संख्या में स्टडी वीजा जारी कर रहा है. यहां हम इसी मामले की पड़ताल करेंगे.
स्पॉन्सर्ड वीजा क्या है?
भारतीय छात्रों को स्पॉन्सर्ड स्टडी वीजा मिलने में टॉप पर होने से पहले यह जानना भी जरूरी है कि आखिर प्रायोजित वीजा (Sponsored Visas) होता क्या है. स्पॉन्सर्ड वीजा शब्द का इस्तेमाल उन लोगों के लिए किया जाता है जिन लोगों के सभी खर्चों को वीजा के तहत कवर किया जाता है.ऐसे लोगों के पास विदेश यात्रा के दौरान अपने खर्चों का भुगतान करने के लिए आय प्रमाण पत्र नहीं होता है.
यूके स्टडी वीज़ा का वक्त और कामयाबी की दर
यूके पढ़ने जाने के लिए भारतीय छात्रों (Indian Students) में इतनी आतुरता क्यों रहती है. इस सवाल का जवाब है कि यूके से जारी होने वाले छात्र वीजा सफलता की दर लगभग 100 फीसदी के करीब है. यही वजह है कि अधिकांश छात्र यूके में स्टडी वीजा (Visa) के लिए आवेदन करते हैं. मतलब स्टडी वीजा के लिए आवेदन करने वाले अधिकांश छात्रों को लगभग मंजूरी मिल ही जाती है.अगर जून 2002 तक के वीजा जारी होने और वीजा के लिए आवेदन करने वाले आंकड़ों पर गौर किया जाए तो यह साफ हो जाता है.
इस साल यूके ने 1.18 लाख छात्रों को वीजा जारी किया है और यह वीजा के लिए किए आवेदनों की संख्या के लगभग बराबर है. इसके साथ ही स्पॉन्सर्ड स्टडी वीजा के लिए छात्रों की दीवानगी की बात की जाए तो इसके पीछे की वजह इसके जारी होने में लगने वाला वक्त है. अमृतसर (Amritsar) के धवन एजुकेशनल कंसल्टेंसी के मालिक चित्रेश धवन (Chitresh Dhawan) ने खुलासा किया कि प्रायोजित छात्र वीजा सिर्फ 3-4 सप्ताह में आता है, जो छात्रों के बीच मुख्य आकर्षण है.
यूके स्पॉन्सर्ड स्टडी वीजा के छात्र क्यों हैं दीवाने
मौजूदा वक्त में भारतीय छात्रों के लिए पढ़ाई के लिए यूके (UK) टॉप पंसद है. इस सदी के पहले दशक में, भारत के अधिकांश छात्र यूके गए, लेकिन 2006-07 तक यह रुझान ऑस्ट्रेलिया (Australia) तरफ था. साल 2011-12 तक हर साल लाखों छात्र भारत से पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलिया का रूख कर रहे थे. इन छात्रों में से अधिकतर छात्र पंजाब (Punjab) से थे. फिर कुछ साल के बाद कनाडा (Canada) तस्वीर में आया और अब लगभग एक दशक से कनाडा भारत के छात्रों सहित अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए सबसे पसंदीदा जगह है. आज भी जब बड़ी संख्या में छात्र यूके जाने लगे हैं, उनमें से अधिकांश पहले कनाडा जाने की ही कोशिश करते हैं.
बीते 3 महीनों से कनाडा के वीजा का इंतजार कर रहे एक छात्र ने बताया, “मैंने पिछले साल जनवरी में प्रवेश पाने के लिए कनाडा के लिए आवेदन किया था लेकिन मेरा वीजा बगैर किसी कारण के खारिज कर दिया गया था, अब मैंने दोबारा से आवेदन किया है. यदि यह नहीं होता है, तो मैं यूके जाऊंगा.” एक अन्य सलाहकार का कहना है कि कनाडा के वीजा के लिए लंबा इंतजार छात्रों के बीच बहुत सारी शंकाएं और आशंकाएं पैदा कर रहा है और ऐसे मामलों में वे यूके के अवसर को नहीं गवाना चाहते हैं. कनाडा में स्टडी वीजा के लिए एप्लाई करने वाले पंजाब के छात्र बड़ी संख्या में अस्वीकृति का सामना कर रहे हैं. या फिर वह स्टडी के लिए विदेश जाने की जल्दी में हैं ऐसे में यूके के स्टडी वीजा मिलने में लगने वाले कम वक्त की वजह से यह देश छात्रों की वरीयता में लिस्ट में टॉप कर रहा है. साल 2022 में भारत के जिन छात्रों को यूके का स्टडी वीजा मिला है. उनमें 40 फीसदी छात्र पंजाब से हैं.
कनाडा वीजा आवेदनों की बढ़ती संख्या को देख खींच रहा हाथ
एक कंसल्टेंट का कहना है कि कनाडा में छात्र स्टडी वीजा आवेदनों में अचानक आया उछाल वीजा अस्वीकृत करने की एक वजह है. कंसल्टेंट धवन ने कहा, "एक साल या छह महीने के नुकसान से बचने के लिए, छात्र अब यूके के लिए आवेदन कर रहे हैं, जहां वीजा प्रक्रिया तेज है और लगभग निश्चित तौर पर कम वक्त की है." उनका कहना है कि यूके में भी पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों को वर्क परमिट के लिए अच्छी सुविधाएं मिल रही हैं. कंसल्टेंट धवन बताते हैं कि यूके में वीजा की प्रक्रिया बेहद पारदर्शी है. छात्रों को चार मॉड्यूल में कुल 6 बैंड की जरूरत होती है जैसे बोलना, लिखना, सुनना और पढ़ना. यही नहीं कुछ विश्वविद्यालय छात्रों को अंग्रेजी में उनके अंकों और ऐसे विश्वविद्यालयों के आयोजित टेस्ट के आधार पर स्पॉन्सर कर रहे हैं.
ब्रेजिक्ट भी एक वजह यूके से अधिक वीजा जारी होने की
यूके के अधिक स्टडी वीजा जारी होने की एक वजह ब्रेक्जिट (Brexit) भी है. एक सलाहकार का कहना है कि आम तौर पर लोग यूरोप (Europe) के अन्य देशों में जाने की कोशिश कर रहे हैं, यूके में छात्र वीजा बढ़ गया है. कई पश्चिमी देशों (Western Countries) के बीच अधिक से अधिक स्टडी वीजा जारी करने की होड़ है. इसकी बड़ी वजह है कि शिक्षा क्षेत्र (Education Field) इन देशों की अर्थव्यवस्था (Economy) को एक बड़ा बढ़ावा दे रहा है जहां हर साल लाखों छात्र अध्ययन के लिए आते हैं.
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