Covid Vaccine: देश में जानलेवा कोरोना वायरस के बढ़ने से रोकने और पूरी तरह खत्म करने के लिए टीकाकरम कार्यक्रम चलाया जा रहा है. केन्द्र सरकार ने बताया कि देश की कुल वयस्क आबादी (18 साल से ज्यादा आयु वाले) में से कम से कम 66 फीसदी लोगों ने कोरोना वैक्सीन की एक खुराक जरूर लगवा ली है. वहीं 23 फीसदी हिस्से ने दोनों खुराक लगवाई हैं. इस बीच देश के 6 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 फीसदी व्यस्कों को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है. जानिए ये राज्य कौनसे हैं.
लक्ष्यद्वीप-
- पहली डोज- 100 फीसदी
- दूसरी डोज- 82 फीसदी
चंडीगढ़-
- पहली डोज- 100 फीसदी
- दूसरी डोज- 48 फीसदी
गोवा-
- पहली डोज- 100 फीसदी
- दूसरी डोज- 51 फीसदी
हिमाचल प्रदेश-
- पहली डोज- 100 फीसदी
- दूसरी डोज- 43 फीसदी
अंडमान निकोबार-
- पहली डोज- 100 फीसदी
- दूसरी डोज- 49 फीसदी
सिक्किम-
- पहली डोज- 100 फीसदी
- दूसरी डोज- 63 फीसदी
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का हिसाब किताब
- देश में अभी तक टीके की 84 करोड़ से ज्यादा खुराक लगाई जा चुकी हैं.
- ग्रामीण क्षेत्रों में- 63.7 फीसदी टीकाकरण हुआ
- शहरी क्षेत्रों में- 35.4 फीसदी टीकाकरण हुआ
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की श्रेणी में नहीं आने वाले केन्द्रों पर 68.2 लाख खुराक लगाई गईं.
कहां कितनी लगीं खुराक?
- निजी अस्पतालों में- कुल 6 फीसदी
- सार्वजनिक (सरकारी) स्वास्थ्य केन्द्रों पर- 94 फीसदी
स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण-
- 99 फीसदी स्वास्थ्य कर्मियों ने टीके की पहली खुराक लगवा ली है.
- 84 फीसदी स्वास्थ्यकर्मी ऐसे हैं जिन्होंने दोनों खुराकें लगवाई हैं.
कोरोना योद्धा-
- 100 फीसदी ने पहली खुराक.
- 80 फीसदी ने दोनों खुराक लगवाईं.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी. के. पॉल ने कहा, ‘‘भारत की कुल वयस्क आबादी के दो तिहाई हिस्से (66 फीसदी) को सार्स-सीओवी2 का टीका लगाया जा चुका है और करीब एक तिहाई आबादी (23 फीसदी) को टीके की दोनों खुराकें लगायी गयी हैं. और इन दोनों मानदंडों में आप देख सकते हैं कि ऐसे कई राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जिन्होंने इन औसत से बेहतर किया है.’’
पॉल ने कहा, ‘‘हम उन लोगों से अनुरोध करते हैं, जिन्होंने पात्र होने के बावजूद अभी तक टीका नहीं लगवाया है...महिला-पुरुष, गर्भवती महिलाएं और सभी लोग, खास तौर से जिनका आयु 50 साल से ज्यादा उन्हें टीके की पहली और दूसरी खुराक लगवा लेनी चाहिए ताकि उन्हें पूर्ण सुरक्षा मिल सके और हम इस महामारी से पार पा सकें.’’