बिहार: भागलपुर में अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट से गई 10 की जान, पीएम मोदी ने सीएम नीतीश कुमार से की बात
भागलपुर के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि यह विस्फोट कस्बे के काजबलीचक इलाके में महेंद्र मंडल नामक एक व्यक्ति के घर के भीतर शुक्रवार को सुबह हुआ.
बिहार के भागलपुर में ब्लास्ट की घटना को लेकर पीएम मोदी ने शुक्रवार को बिहार के सीएम नीतिश कुमार से फोन पर बातचीत की है. नीतिश कुमार से बातचीत के दौरान उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और उन्होंने पीड़ितों को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिलाया है.
प्रधानमंत्री ने खुद ट्वीट कर इस संबंध में जानकारी साझा की है. पीएम ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के भागलपुर में धमाके से हुई जनहानि की खबर पीड़ा देने वाली है. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. घटना से जु़ड़े हालातों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात हुई है. प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा हुआ है और पीड़ितों को हर संभव सहायता दी जा रही है.
बिहार के भागलपुर में धमाके से हुई जनहानि की खबर पीड़ा देने वाली है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। घटना से जु़ड़े हालातों पर मुख्यमंत्री @NitishKumar जी से भी बात हुई। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा हुआ है, और पीड़ितों को हर संभव सहायता दी जा रही है।
— Narendra Modi (@narendramodi) March 4, 2022
अवैध पटाखा बनाने का चल रहा है कारोबार
आपको बता दें कि बिहार के भागलपुर जिले में एक मकान के अंदर हुए भीषण विस्फोट में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. बताया जाता है कि इस मकान में अवैध रूप से पटाखे बनाने का कारोबार चल रहा था.
भागलपुर के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि यह विस्फोट कस्बे के काजबलीचक इलाके में महेंद्र मंडल नामक एक व्यक्ति के घर के भीतर शुक्रवार को सुबह हुआ. डीएम के मुताबिक, विस्फोट के प्रभाव से महेंद्र मंडल के घर के अलावा आसपास की दो इमारतें भी मलबे में तब्दील हो गईं.
फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम लगा रही है विस्फोट के कारणों का पता
धमाके की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी. मलबा हटाने के लिए अत्याधुनिक मशीनों को मंगवाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बम निरोधक दस्ते और फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए घटनास्थल से नमूने एकत्र कर रही हैं.
सुब्रत कुमार सेन के मुताबिक, घटनास्थल से अब तक कुल 10 लोगों के शवों को बरामद किया गया है, जिनकी पहचान अब तक नहीं की जा सकी है. विस्फोट में घायल नौ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डीएम ने बताया कि मंडल पहले भी पटाखों के अवैध निर्माण में शामिल रहा है, और 2008 में उसके घर में इसी तरह के एक विस्फोट में उसकी पत्नी सहित तीन लोगों की मौत हो गई.
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