India-Pakistan Relations: भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं. दोनों देशों के बीच दस साल से कूटनीतिक बातचीत लगभग बंद है. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी एक बार पाकिस्तान की यात्रा कर चुके हैं. इसी बीच दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ बातचीत को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ निर्बाध बातचीत का युग ख़त्म हो गया है. 


विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने दिया बड़ा बयान


दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पाकिस्तान पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, 'पाकिस्तान के साथ निर्बाध बातचीत का युग ख़त्म हो गया है. जहां तक ​​जम्मू-कश्मीर का सवाल है, धारा 370 खत्म हो गई है तो मुद्दा यह है कि हम पाकिस्तान के साथ किस तरह के रिश्ते पर विचार कर सकते हैं. मैं जो कहना चाहता हूं वह यह है कि हम निष्क्रिय नहीं हैं, और चाहे घटनाएं सकारात्मक या नकारात्मक दिशा लेती हों, किसी भी तरह से हम प्रतिक्रिया देंगे. '






बांग्लादेश के हालात पर कही ये बात


बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद वहां के हालात सामान्य नहीं हुए हैं. ऐसे में बांग्लादेश के साथ रिश्ते को लेकर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "यह स्वाभाविक है कि हमें तत्कालीन सरकार से बात करनी पड़ेगी. हमें यह स्वीकार करना होगा कि राजनीतिक परिवर्तन हुए हैं और वे विघटनकारी हो सकते हैं. साफ तौर पर हमें इन हालातों को और ज्यादा पारस्परिकता से संभालना है.''


मालदीव से संबंधों पर दिया बड़ा बयान


मालदीव के साथ भारत के रिश्ते हाल के समय में अच्छे नहीं रहे हैं. ऐसे में मालदीव के साथ रिश्ते को लेकर उन्होंने कहा, 'मालदीव के प्रति हमारे दृष्टिकोण में उतार-चढ़ाव रहा है. यहां स्थिरता की कमी है. हमारे मालदीव के साथ पुराने रिश्ते हैं. मालदीव में यह मान्यता है कि ये रिश्ता उनके लिए एक ताकत के जैसा है. ये रिश्ता उनके लिए इस समय बेहद जरूरी है क्योंकि वो आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.