आज तीन दिन के कुवैत दौरे पर जाएंगे एस जयशंकर, पीएम मोदी का पत्र भी ले जाएंगे साथ
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, कुवैत के विदेश मंत्री और कैबिनेट मामलों के राज्य मंत्री, शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अल-सबा के निमंत्रण पर 9-11 जून को कुवैत का दौरा करेंगे.साल 2021-22 में भारत और कुवैत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है. कुवैत में करीब दस लाख भारतीय रहते हैं.
नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने के तरीके तलाशने के लिए आज तीन दिवसीय यात्रा पर कुवैत जा रहे हैं, जहां वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कुवैती अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-सबा के लिए लिखा पत्र भी ले जाएंगे. विदेश मंत्री के तौर पर जयशंकर की यह पहली कुवैत यात्रा होगी.
भारतीय समुदाय को संबोधित भी करेंगे जयशंकर
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, कुवैत के विदेश मंत्री और कैबिनेट मामलों के राज्य मंत्री, शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अल-सबा के निमंत्रण पर 9-11 जून को कुवैत का दौरा करेंगे. विदेश मंत्रालय ने कहा, "यात्रा के दौरान वह उच्च स्तरीय बैठकें करेंगे और कुवैत में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे."
जयशंकर प्रधानमंत्री की ओर से कुवैत के अमीर को लिखा एक व्यक्तिगत पत्र भी ले जाएंगे. यह यात्रा दोनों देशों द्वारा ऊर्जा, व्यापार, निवेश, जनशक्ति और श्रम तथा सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने की एक रूपरेखा तैयार करने के लिए एक संयुक्त मंत्री स्तरीय आयोग स्थापित करने का निर्णय लेने के लगभग तीन महीने बाद हो रही है.
कुवैत में रहते हैं करीब दस लाख भारतीय
कुवैती विदेश मंत्री शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अल-सबा ने मार्च में भारत का दौरा किया था, जिसके दौरान दोनों पक्षों ने संयुक्त आयोग के गठन का फैसला किया. साल 2021-22 में भारत और कुवैत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है. कुवैत में करीब दस लाख भारतीय रहते हैं. भारत कुवैत के सबसे बड़े व्यापारिक भागीदारों में से एक है और यह खाड़ी देश भारत को तेल का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है.
यह भी पढ़ें-