Jaishankar In Pakistan: इस्लामाबाद में हुई एससीओ समिट में पहुंचे भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने करीब 24 घंटे पाकिस्तान में गुजारने के बाद बुधवार शाम को भारत वापसी के लिए उड़ान भर ली. उन्होंने पाकिस्तान सरकार को मेहमाननवाजी के लिए शुक्रिया कहा. एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए कहा, "इस्लामाबाद से प्रस्थान, आतिथ्य और शिष्टाचार के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार और पाकिस्तान सरकार का धन्यवाद."
दिन में इस्लामाबाद में एससीओ समिट की बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते. उन्होंने ने पाकिस्तान और चीन का नाम लिए बिना इशारों-इशारों में कहा कि सभी देशों को एक दूसरे की सीमाओं का सम्मान करने की जरूरत है. जयशंकर ने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच दोस्ती में कमी आई है और पड़ोसी से संबंध बिगड़े हैं तो इस पर आत्मनिरीक्षण किया जाना चाहिए. अगर हमारे बीच भरोसे में कमी आई है तो हमें अंदर झांकने और विचार करने की जरूरत है.
सीपीईसी प्रोजेक्ट को लेकर भारत का कड़ा रुख
सीपीईसी की ओर इशारा करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वैश्वीकरण और पुनःसंतुलन आज की वास्तविकताएं हैं. एससीओ देशों को इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है. सहयोग, आपसी सम्मान और संप्रभु समानता पर आधारित होना चाहिए.
शरीफ बोले- पाकिस्तान चाहता है शांति
एससीओ समिट का शुरुआत करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, "पाकिस्तान शांति, सुरक्षा और सामाजिक आर्थिक विकास चाहता है. अफगानिस्तान हमारे साथ जमीनी सीमा साझा करता है, इसलिए वहां शांति हमारे लिए जरूरी है. अफगानी जमीन का इस्तेमाल उसके पड़ोसियों के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं होना चाहिए".
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