नई दिल्ली: मोदी सरकार के नए विदेश मंत्री एस जयशंकर पदभार संभालते ही मदद लिए ट्विटर पर आगे आए हैं. भारत में रह रही रिंकी नाम की महिला ने अमेरिका में रह रही अपनी दो साल की बेटी को वापस लाने के लिए आज एस जयशंकर से मदद की गुजारिश की. जिसके जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि आप पूरी जानकारी साझा करें मदद की जाएगी. उन्होंने कहा, ''हमारे राजदूत हर्ष वर्धन श्रृंगला इस मामले को देख रहे हैं. आप पूरी जानकारी साझा करें.'' उन्होंने अपने ट्वीट में अमेरिका में भारत के उच्चायोग के ट्विटर हैंडल को टैग किया है.
महिला ने अपने ट्वीट में लिखा था, ''मुझे आपकी मदद चाहिए. मेरी बेटी 2 साल की है. मैं 6 महीने से संघर्ष कर रही हूं. कृपया मेरी मदद करें. मुझसे संपर्क कीजिए. वह अमेरिका में है और मैं भारत में हूं. प्लीज...आपके जवाब की प्रतीक्षा है. ''
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज ने भी ट्विटर के जरिए कई लोगों की मदद की थी. अब एस जयशंकर भी अपने पूर्व बॉस सुषमा स्वराज की राह पर हैं. आज ही पूर्व विदेश सचिव जयशंकर ने ट्वीट कर कहा था कि सुषमा स्वराज जी के पदचिन्हों का अनुसरण कर गौरवान्वित हूं.
नए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्विटर पर भी संभाला कामकाज
महिला का क्या है दावा?
मदद मांगने वाली महिला के ट्विटर हैंडल पर नजर डालें तो वो इसी साल फरवरी में ट्विटर से जुड़ी हैं. जिसके बाद कई दफे उन्होंने इस संबंध में ट्वीट किया है. पहला ट्वीट उन्होंने 11 फरवरी को किया जिसमें उन्होंने कहा है कि बेटी को वापस लाने में मेरी मदद करें, वो वहां सुरक्षित नहीं है. एक ट्वीट में उन्होंने नेताओं पर पर गुस्सा भी निकाला है. उन्होंने मदद नहीं मिलने की बात कही है.
उन्होंने एक ट्वीट में कहा है, ''मुझे आपकी मदद चाहिए. मेरी बेटी अमेरिका में है, वह भारत आना चाहती है. मेरे पति ने हमें यूएसए बुलाया था और जब मैं गई और स्नान कर रही थी तो वो मेरी 2 साल की बेटी को लेकर भाग गए. कॉल करने पर पूरी बात बताऊंगी.''
तमाम ट्वीट्स के बाद अब नए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मदद का आश्वासन दिया है. दरअसल, एस जयशंकर ट्विटर पर आज ही सक्रिय हुए हैं. आज उन्होंने अपने पहले ट्वीट में सबसे मिली शुभकामनाओं पर शुक्रिया कहा.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शीर्ष पूर्व राजनयिक को विदेश मंत्रालय का प्रभार सौंप कर सभी को हैरत में डाल दिया था. उन्हें यह जिम्मेदारी सेवानिवृत्ति के करीब 16 माह बाद सौंपी गयी है. जयशंकर जनवरी 2015 से जनवरी 2018 तक विदेश सचिव थे.