S Jaishankar On PM Modi: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार (28 जनवरी) को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कोई दूसरा प्रधानमंत्री होता तो शायद मुझे मंत्री नहीं बनाता. उन्होंने ये बात महाराष्ट्र के पुणे में अपनी अंग्रेजी किताब The India Way: Strategies for an uncertain World की रिलीज के मौके पर कही है. इस किताब का मराठी में भी ट्रांसलेशन किया गया है.
पुणे में जयशंकर ने कहा कि विदेश सचिव बनना उनकी महत्वाकांक्षा की सीमा थी. आपको बता दें कि मंत्री बनने से पहले जयशंकर विदेश मंत्रालय में विदेश सचिव के पद पर थे. उन्होंने कहा, “मैंने कभी मंत्री बनने के बारे में नहीं सोचा था, विदेश सचिव बनना मेरी महत्वाकांक्षा की सीमा थी. मुझे नहीं लगता कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कोई दूसरा प्रधानमंत्री होता तो मुझे मंत्री बनाता.”
‘वो प्रधानमंत्री नहीं होते तो मैं राजनीति में नहीं आता’
उन्होंने अपनी बात आगे रखते हुए कहा कि मैं खुद से कई बार ये भी पूछता हूं कि अगर वो प्रधानमंत्री नहीं होते तो क्या मुझमें राजनीति में घुसने का साहस होता, मुझे नहीं पता. इसके अलावा उन्होंने पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत नेता सुषमा स्वराज के साथ काम करने के अपने अनुभव को भी साझा किया. उनके बारे में बताते हुए जयशंकर ने कहा, “हमारे पास बहुत अच्छी मंत्री सुषमा स्वराज थीं और हम व्यक्तिगत रूप से बहुत अच्छे थे. मैं तो ये कहूंगा कि हमारा कॉम्बिनेशन बहुत अच्छा था, एक मंत्री और सचिव का कॉम्बिनेशन.”
‘सचिव और मंत्री की जिम्मेदारियों में अंतर’
इसके अलावा उन्होंने सचिव और मंत्री के बीच के अंतर को भी बताया. उन्होंने कहा, “मैंने एक चीज सीखी है कि दोनों की जिम्मेदारियों में अंतर होता है. सचिव के ऊपर तो मंत्री होता है, जो संसद में जवाबदेह होता है, सार्वजनिक रूप से जवाबदेह है, जो सुरक्षा और आराम देता है. आप जानते हैं कि हम एक छतरी के नीचे काम कर रहे हैं.”
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